सेंधवाPublished: Feb 06, 2021 11:32:19 am
vishal yadav
पुनरीक्षण के तृतीय चरण की बैठक संपन्न, 4 मार्च को होगा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन, इसके बाद कभी भी लग सकती है आचार संहिता
Final publication of voter list will be on March 4
बड़वानी/सेंधवा. जल्द ही पंचायत चुनाव का आगाज हो सकता है। प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां करीब पूरी हो चुकी है। अनुमान है कि मार्च के पहले सप्ताह में आचार संहिता लग सकती है। इसके बाद पंचायत चुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा। मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन करने के बाद कभी भी चुनाव की तारीखें घोषित हो सकती है। प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है।
निर्वाचन के लिए त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन की नामावलियों और मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कार्यक्रम चल रहा है। तृतीय चरण की बैठक शुक्रवार को कृषि उपज मंडी सभागृह में संपन्न हुई। मास्टर ट्रेनर पीके रतावजिया निर्वाचन से जुड़े कर्मचारियों को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि 8 मार्च को फोटो रहित मतदाता सूचियों का प्रकाशन किया जाएगा। इसके बाद 8 मार्च से लेकर 15 मार्च तक दावे आपत्तियों का दौर चलेगा। इस दौरान मतदाता सूची में नाम परिवर्तन विलोपन और संशोधन का कार्य किया जाएगा। 4 मार्च को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। बैठक में एसडीएम तपस्या परिहार, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मार्च के पहले या दूसरे सप्ताह में लग सकती है आचार संहिता
जिस तरह से प्रशासनिक स्तर पर निर्वाचन का कार्य चल रहा है और मार्च के पहले सप्ताह में अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा, उससे यह प्रतीत हो रहा है कि अब पंचायत चुनाव दूर नहीं है। विशेषज्ञों ने बताया कि अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद कभी भी आचार संहिता लगाने की घोषणा की जा सकती है। इसके बाद पंचायत चुनाव की तारीख तय हो जाएगी। पिछले कई महीनों से पंचायत चुनाव का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों को तैयारी के लिए कितना समय मिलता है। ये बताना मुश्किल है, लेकिन इस बार पंचायत चुनाव बेहद रोचक हो सकते हैं।
पंचायत चुनाव में पहली बार कलर फोटो मतदाता सूची का होगा उपयोग
पीके रातवाजिया ने बताया कि इस बार पंचायत चुनाव में कलर फोटो मतदाता सूची का उपयोग निर्वाचन कार्य के लिए किया जाएगा, ये पहला अवसर है। जब पंचायत चुनाव में रंगीन फोटो मतदाता सूची का उपयोग किया जाएगा। इसके पहले ब्लैक एंड हाइट कलर मतदाता सूची का उपयोग किया जाता रहा है। इसमें कई बार ये समस्या आती है कि मतदाता का फोटो स्पष्ट नहीं दिखाई देता इस कारण विवाद की स्थिति निर्मित होती थी। हालांकि रंगीन फोटो लगने से मतदाता की फोटो स्पष्ट दिखाई देगी।