प्रार्थना के बाद गिरा था पेड़
कुछ दिन पहले ही शासकीय स्कूल क्रमांक 1 में प्रार्थना के बाद जैसे ही 100 से अधिक बच्चे अपनी अपनी कक्षाओं में पहुंचे कुछ देर बाद स्कूल परिसर के बाहर वर्षों पुराना पेड़ भरभरा कर गिर गया था। गनीमत रही कि इस दौरान स्कूल स्टाफ सहित सभी बच्चे कक्षाओं में ही थे। प्रार्थना के समय पेड़ गिर जाता तो कई बच्चे व स्टाफ हताहत हो सकते थे। स्कूल प्रबंधक कई बार पत्र लिखकर पेड़ों की जर्जर हालत के विषय में प्रशासन को चेताया था, लेकिन किसी ने भी गंभीरता से कार्रवाई नहीं की। नगर के निवाली रोड स्थित शासकीय स्कूल क्रमांक 1, आनंद नगर, शासकीय स्कूल क्रमांक 2, कन्या हासे स्कूल, शासकीय बालक उत्कृष्ट विद्यालय सहित कई जगह से खतरनाक पेड़ों को हटाना चाहिए।
कुछ दिन पहले ही शासकीय स्कूल क्रमांक 1 में प्रार्थना के बाद जैसे ही 100 से अधिक बच्चे अपनी अपनी कक्षाओं में पहुंचे कुछ देर बाद स्कूल परिसर के बाहर वर्षों पुराना पेड़ भरभरा कर गिर गया था। गनीमत रही कि इस दौरान स्कूल स्टाफ सहित सभी बच्चे कक्षाओं में ही थे। प्रार्थना के समय पेड़ गिर जाता तो कई बच्चे व स्टाफ हताहत हो सकते थे। स्कूल प्रबंधक कई बार पत्र लिखकर पेड़ों की जर्जर हालत के विषय में प्रशासन को चेताया था, लेकिन किसी ने भी गंभीरता से कार्रवाई नहीं की। नगर के निवाली रोड स्थित शासकीय स्कूल क्रमांक 1, आनंद नगर, शासकीय स्कूल क्रमांक 2, कन्या हासे स्कूल, शासकीय बालक उत्कृष्ट विद्यालय सहित कई जगह से खतरनाक पेड़ों को हटाना चाहिए।
गैर शासकीय जगहों पर भी जानलेवा पेड़
ऐसा नहीं है कि शासकीय स्कूलों और छात्रावास परिसर में ही जर्जर, खराब और सूखे हुए पेड़ हैं। नगर के कई सार्वजनिक जगहों पर भी कई पेड़ किसी भी दिन हादसे का कारण बन सकते है। जानकारी के अनुसार निवाली रोड, पुराना एबी रोड आदि क्षेत्रों में कई पेड़ ऐसे है जो या तो सूख चुके हैं या उनकी जड़ें कमजोर हो रही है। करीब 2 वर्ष पहले पुराना बस स्टैंड पर 50 साल पुराना नीम का पेड़ भी अचानक धराशाई हो गया था। हादसे में कुछ बाइक दब गई थी। वहीं २ लोग घायल भी हुए थे। प्रशासन को नगर के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे पेड़ों को चिह्नित करना चाहिए जिन्हें काटा जाना है या जो किसी भी दिन हादसे का कारण बन सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि शासकीय स्कूलों और छात्रावास परिसर में ही जर्जर, खराब और सूखे हुए पेड़ हैं। नगर के कई सार्वजनिक जगहों पर भी कई पेड़ किसी भी दिन हादसे का कारण बन सकते है। जानकारी के अनुसार निवाली रोड, पुराना एबी रोड आदि क्षेत्रों में कई पेड़ ऐसे है जो या तो सूख चुके हैं या उनकी जड़ें कमजोर हो रही है। करीब 2 वर्ष पहले पुराना बस स्टैंड पर 50 साल पुराना नीम का पेड़ भी अचानक धराशाई हो गया था। हादसे में कुछ बाइक दब गई थी। वहीं २ लोग घायल भी हुए थे। प्रशासन को नगर के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे पेड़ों को चिह्नित करना चाहिए जिन्हें काटा जाना है या जो किसी भी दिन हादसे का कारण बन सकते हैं।
पेड़ छंटाई के दौरान नहीं हटा रहे जर्जर तार
नगर के आनंद नगर क्षेत्र से दावलबैड़ी जाते समय रास्ते में विशालकाय पेड़ एक तरफ लगातार झुक रहा है। इसके पूर्व इसी क्षेत्र में इमली का पेड़ पूर्व में गिर चुका है। वर्तमान में जो पेड़ एक तरफ झुक रहा है। वह भी किसी भी दिन भरभरा कर गिर सकता है और जान माल का नुकसान हो सकता है। प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। हर साल विद्युत कंपनी वाले पेड़ों की टहनियों की छंटाई करते हैं। मानसून के पहले अकसर इस तरह पेड़ों की छंटाई की जाती है, लेकिन जर्जर तारों को पूरी तरीके से नहीं हटाया जा रहा है।
नगर के आनंद नगर क्षेत्र से दावलबैड़ी जाते समय रास्ते में विशालकाय पेड़ एक तरफ लगातार झुक रहा है। इसके पूर्व इसी क्षेत्र में इमली का पेड़ पूर्व में गिर चुका है। वर्तमान में जो पेड़ एक तरफ झुक रहा है। वह भी किसी भी दिन भरभरा कर गिर सकता है और जान माल का नुकसान हो सकता है। प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। हर साल विद्युत कंपनी वाले पेड़ों की टहनियों की छंटाई करते हैं। मानसून के पहले अकसर इस तरह पेड़ों की छंटाई की जाती है, लेकिन जर्जर तारों को पूरी तरीके से नहीं हटाया जा रहा है।
स्कूल परिसरों में मौजूद है खतरनाक पेड़
शासकीय स्कूल परिसरों में बहुत सारे पेड़ खतरनाक स्थिति में पहुंच गए है। पेड़ों की ऊंचाई बढ़ी है। वहीं कई पेड़ सूख चुके हैं। तेज हवा और आंधी तूफान के दौरान किसी भी दिन गिर सकते हैं। हालांकि वर्तमान में शासकीय स्कूलों में बच्चे कम आ रहे हैं। बावजूद इसके पेड़ गिरने का खतरा हमेशा बरकरार रहता है। शासकीय स्कूलों के प्रबंधक भी इस बात को मानते है कि स्कूल परिसर में कई पेड़ खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके है।
शासकीय स्कूल परिसरों में बहुत सारे पेड़ खतरनाक स्थिति में पहुंच गए है। पेड़ों की ऊंचाई बढ़ी है। वहीं कई पेड़ सूख चुके हैं। तेज हवा और आंधी तूफान के दौरान किसी भी दिन गिर सकते हैं। हालांकि वर्तमान में शासकीय स्कूलों में बच्चे कम आ रहे हैं। बावजूद इसके पेड़ गिरने का खतरा हमेशा बरकरार रहता है। शासकीय स्कूलों के प्रबंधक भी इस बात को मानते है कि स्कूल परिसर में कई पेड़ खतरनाक स्थिति में पहुंच चुके है।
निर्देश देकर सर्वे कराएंगे
नगर में कितने क्षेत्रों में खतरनाक पेड़ है। इसकी जानकारी के लिए नपा सीएमओ को निर्देश देकर सर्वे कराएंगे। जहां जरुरी हुआ, वहां पेड़ों को नियमानुसार हटाया जाएगा। शासकीय स्कूलों में भी सर्वे किया जाएगा।
-घनश्याम धनगर, एसडीएमए सेंधवा
नगर में कितने क्षेत्रों में खतरनाक पेड़ है। इसकी जानकारी के लिए नपा सीएमओ को निर्देश देकर सर्वे कराएंगे। जहां जरुरी हुआ, वहां पेड़ों को नियमानुसार हटाया जाएगा। शासकीय स्कूलों में भी सर्वे किया जाएगा।
-घनश्याम धनगर, एसडीएमए सेंधवा