सेंधवाPublished: Mar 05, 2020 11:04:28 am
vishal yadav
गृहमंत्री ने कहा आला अधिकारियों को देंगे निर्देश, पुलिस, आबकारी और ठेकेदार की गठजोड़ से किराना दुकानों पर बिक रही अवैध विदेशी शराब
SDM caught illegal transport of liquor
बड़वानी/सेंधवा. प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायक जहां पूरे प्रदेश में माफियाओं पर कार्रवाई करने के नाम पर खुद की पीठ थपथपा रहे है। वहीं गृह मंत्री के गृह जिले में शराब माफिया हावी हो चुके हैं। बड़वानी जिले में देशी विदेशी शराब की अवैध बिक्री जारी है। शराब की अवैध बिक्री रोकने के लिए जिम्मेदार आबकारी विभाग, पुलिस के अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक तरफ शराब माफिया फल फूल रहे है। वहीं आम आदमी और युवा शराब की लत में अपना जीवन और परिवार बर्बाद कर रहे है। प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन के गृह जिले में शराब माफिया इस कदर हावी हो चुके है कि शासकीय दुकानों के साथ किराना दुकानों पर भी शराब की बिक्री खुलेआम हो रही है।
एसडीएम ने पकड़ी विदेशी शराब की पेटियां
बुधवार को सेंधवा एसडीएम घनश्याम धनगर सेंधवा से करीब 10 किमी दूर ग्राम जोगवाड़ा एक निजी वाहन को रोका। जब उसकी तलाशी ली गई तो इसमें दर्जनों विदेशी शराब की पेटियां रखी हुई थी। कार्रवाई के दौरान वाहन का चालक फरार हो गया। एसडीएम धनगर ने वाहन और माल को आबकारी अधिकारियों को सूचित कर आबकारी कार्यालय भिजवाया और कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पूरे मामले में एसडीएम सहित 2 नायब तहसीलदार और जनपद पंचायत सीईओ मौजूद रही। शराब का अवैध परिवहन जिस वाहन में हो रहा था। उसमें कोई नंबर नहीं लिखा था। बुधवार को की गई कार्रवाई के दौरान 20 पेटी बीयर, एक पेटी बीयर किंगफिशर स्ट्रांग, एक फिटिंग माउंट बीयर, 7 पेटी मुंबई व्हिस्की 2 पेटी, बैगपाइपर व्हिस्की एक पेटी, इंपीरियल ब्लू एक पेटी, मैजिक मोमेंट कुल मिलाकर कार्रवाई के दौरान हजारों रुपए की शराब आबकारी विभाग ने जब्त कर पंचनामा बनाया है। मामले में परिवहन में लिप्त वाहन को भी जब् कर आबकारी कार्यालय परिसर में खड़ा किया गया है।
किराना दुकानों तक पहुंच गई विदेशी शराब
सेंधवा विधानसभा में सुबह सूरज उगने के बाद से शराब माफियाओं द्वारा शराब की सप्लाई शुरू कर दी जाती है। सेंधवा विधानसभा शासकीय विदेशी शराब और देशी शराब के ठेकों के अलावा अवैध रूप से प्रतिदिन लाखों रुपए की शराब बेची जा रही है। पुलिस आबकारी और कथित ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते हालत ये हो चुके है। सेंधवा से बाहर निकलने के दौरान सभी ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों किराना दुकानों पर देशी और विदेशी शराब आसानी से मिल रही है। शासकीय ठेकों से शराब किराना दुकानों तक पहुंचना ही अपने आप में बेहद गंभीर अपराध है, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा राजस्व का हवाला देकर अवैध शराब की बिक्री कराई जा रही है। युवाओं सहित ग्रामीणों की आसान पहुंच होने से लोग शराब की लत के शिकार हो रहे है। इससे युवाओं का भविष्य और कई परिवार बर्बाद हो रहे है।
पीने वालों के लिए है वीआईपी व्यवस्था
सेंधवा क्षेत्र के नगरीय इलाकों और हाइवे स्थित कई जगह पर पीने वालों के लिए विशेष व्यवस्था है। शाम होते ही होटलों और ढाबों में युवाओं की टोलियां पहुंच जाती है। यहां पर युवाओं को विदेशी शराब सहित मनपसंद ब्रांड की शराब आसानी से मिल रही है। होटल संचालक और ढाबा मालिक युवाओं को शराब परोस कर मोटी कमाई कर रहे हैं। ये पूरा धंधा अवैध रूप से कई वर्षों से चल रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण किए है। पुलिस और आबकारी अधिकारियों की मौन स्वीकृति के चलते क्षेत्र में शराब का अवैध व्यापार फल फूल रहा है। कई बार अधिकारी दिखावे के लिए कुछ कार्रवाई कर देते है, लेकिन अवैध धंधों में लिप्त लोगों के खिलाफ अधिकारी सख्त कार्रवाई करने से हमेशा बचते रहे है। स्थानीय पुलिस अधिकारी नगर का बाजार तो रात 10 बजे के बाद बंद कराने निकल जाते है, लेकिन नगर सहित हाइवे पर चल रहे होटलों और ढाबों पर देर रात तक शराब और कबाब परोसने का धंधा चलता रहता है। इस पर अधिकारी नरमी बरत रहे हैं। इससे पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं। नगर में विदेशी शराब इतनी आसानी से उपलब्ध हो रही है कि युवा वर्ग के साथ ही अन्य लोग भी शराब के आदी होने लगे है। इससे समाज में कई परिवार बर्बाद हो रहे हैं।
अवैध अहातों में सस्ती विदेशी शराब की बिक्री कैसे
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के कई अवैध अहातों में देशी शराब की बिक्री की जांच की गई तो कई जगहों पर बीयर की ब्रांडेड बोतलोंं की कीमत शासकीय ठेके पर बिकने वाली बीयर की बोतलों से कम मूल्य की मिली। ये जांच करने योग्य तथ्य है कि जब शासकीय ठेकों पर विदेशी शराब शासकीय मूल्य पर बेची जा रही है, तो फिर अवैध रूप से बेची जाने वाली विदेशी शराब की कीमत कम क्यों है। सूत्रों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्पिरिट सहित अन्य केमिकल से निर्मित विदेशी और देशी शराब की बिक्री की आशंका हो सकती है। क्योंकि शासन द्वारा तय किए गए रेट के बावजूद एक ही ब्रांड की 2 बोतलों की कीमत अलग-अलग नहीं हो सकती। यदि देशी विदेशी ब्रांड की नकली शराब की बिक्री यदि सेंधवा विधानसभा में हो रही है, तो ये शराब पीने वालों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
वर्जन…
यदि अवैध शराब की बिक्री जिले में की जा रही है, तो ये बेहद गलत बात है। इस पर कार्रवाई के लिए आला पुलिस अधिकारियों को निर्देश दूंगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-बाला बच्चन, गृहमंत्री मध्यप्रदेश शासन