उगली पुलिस की माने तो इस मामले के आरोपियों में बरघाट निवासी अमित सूर्यवंशी उर्फ शेरू, विक्की उर्फ सौरभ व धूमा निवासी राहुल शिवहरे को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया गया है। शेष आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में पीडि़त अशोक शांडिल्य व अन्य की शिकायत पर पहले दिन सात सहित अन्य आरोपियों पर मामला दर्ज करने की बात कह रही है।
धूमा निवासी राहुल शिवहरे विगत कुछ माह पूर्व उस समय में चर्चा में आया जब उस पर जबलपुर के कैंट थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ। जबलपुर पुलिस अधीक्षक ने उस पर २५ सौ रुपए का इनाम रखा था। आरोपी राहुल केवलारी के पास संचालित एक खदान में पार्टनरी के लिए जबलपुर के अभिलेख चौकसेसे ३२ लाख रुपए लेने के बाद उसको वापस नहीं किया तथा उसके द्वारा पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी दे रहा था। उसकी शिकायत पर कैंट पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। इसके बाद जबलपुर में हुई एक हत्या में भी उसके द्वारा आरोपी को पिस्टल व कारतूस दिए जाने का मामला सामने आया। इस मामले में जबलपुर पुलिस ने उसके कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह उनके हत्थे नहीं चढ़ा। इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
कांग्रेस नेता करा रहे समझौता का प्रयास
बागडोंगरी रेत खदान पर हुए हमले के बाद रेत की कालाबाजारी और इसमें बढ़ते माफियाओं के दखल की पुष्टि हो चुकी है। अब इस मामले में दोनों पक्ष से कांग्रेस के बड़े नेता लगे हुए है। बताया जा रहा है कि इसको लेकर दोनों पक्ष की एक बैठक सिवनी में कांग्रेस नेता के आवास पर हुई है। इसमें हालांकि अभी तक समझौते की बात नहीं बन पाई है। इसबीच उगली पुलिस द्वारा नानू व करम पर प्रकरण दर्ज कर दिए जाने की बात कहे जाने से मामले ने तूल पकड़ लिया है। नानू कांग्रेस के पार्षद है, जबकि करम कांग्रेस के एक बड़े नेता के भाई बताए जा रहे हैं।