डेढ़ साल में टूटने के कगार पर पहुंचे 258 परिवार को जोड़ा
सिवनीPublished: Aug 20, 2018 11:40:38 am
परिवार परामर्श केन्द्र
डेढ़ साल में टूटने के कगार पर पहुंचे 258 परिवार को जोड़ा
महेन्द्र बघेल सिवनी. परिवार परामर्श केन्द्र सिवनी में डेढ़ वर्ष में टूटने के कगार पर पहुंचे 258 परिवार को जोड़ा गया है। अब ये परिवार खुशी पूर्वक जीवन बीता रहे हैं। छोटी-छोटी बातों को लेकर ये परिवार कलेक्टर, एसपी, थाना व अन्य स्थानों पर शिकायत लेकर पहुंचे थे, जहां से समझाइश के लिए इनको परिवार परामर्श केन्द्र भेजा गया। वहां पुलिस टीम के अलावा विशेषज्ञों द्वारा इनके मामले को समझकर, उचित सलाह देकर समझाइश कराई जाती है। हालांकि २१६ परिवार ऐसे भी रहे, जिनमें समझाइश नहीं होने पर मामला न्यायालय की शरण में भेज दिया गया है।
कोतवाली थाना परिसर स्थित परिवार परामर्श केन्द्र में टूटकर बिखरने की दहलीज पर खड़े दो परिवारों को जोडऩे का कार्य किया जा रहा है। परामर्श केन्द्र में बुधवार और शनिवार को ऐसे परिवारों की सुनवाई होती है। परामर्श केन्द्र में विशेषज्ञों द्वारा दो परिवारों को टूटने से बचाया जाता है। इनमें अधिकांश मामले पति द्वारा शराब पीकर पत्नी के साथ मारपीट, भरण-पोषण न करना और घर में छोटी-छोटी बातो को लेकर पति-पत्नी में झगड़ा, बहू-सास, ननद में झगड़ा, संदेह आदि के मामले आते हैं। उचित सलाह देकर समझाइश कराई जाती है।
परामर्श केन्द्र प्रभारी आकांक्षा सहारे के निर्देशन में ज्योति चौरसिया ने बताया कि वर्ष 2017 में कुल 371 प्रकारण प्राप्त हुए थे। इसमें 168 में समझौता, न्याया. 128, अपराध पं. 4, नस्तीवध 71 प्रकरण है। 71 फाईलों का नस्तीबध किया गया है। वर्ष 2018 (1.1.18 से 30.07.18) तक कुल 225 मामले आए। इसमें समझौता 90, न्यायालय 88, अपराध 1, नस्तीवध 16 किया गया। लंबित 26 प्रकारण पड़े हुए है। परामर्श केन्द्र में 2017 में 168 परिवारों को मिलाने का काम किया गया है। वहीं 2018 में जुलाई तक 90 परिवारों को मिलाया गया है। कई मामलों में समझौता नहीं होने पर न्यायालय की शरण दे दी जाती है। कई मामलों में अपराध पंजीबद्ध कराया जाता है तो कई फाईलों का खात्मा किया जाता है। उचित सलाह देकर समझाइश कराई जाती है। उचित सलाह देकर समझाइश कराई जाती है।