शिवराज मामा से मिलकर लौटे जिले के २७५ विद्यार्थी
सिवनीPublished: Jun 12, 2018 11:53:19 am
४३३ को मिला सीएम से सम्मान, ४ की राशि अधर में
शिवराज मामा से मिलकर लौटे जिले के २७५ विद्यार्थी
सिवनी. एमपी बोर्ड के हायर सेकेण्डरी परीक्षा परिणाम में उत्कृष्ट सफलता अर्जित करने वाले जिले के ४३३ विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित करते हुए एक क्लिक में बैंक खाते में लैपटॉप के लिए २५ हजार रुपए की राशि प्रदान की गई है। जबकि ४ विद्यार्थियों की राशि अधर में है। साफ्टवेयर में पूर्ण जानकारी न होने के कारण इनकी फीडिंग न होने से भुगतान रुका है। भोपाल में आयोजित समारोह में जिले के २७५ प्रतिभाशाली विद्यार्थी डीइओ सहित अन्य अफसर व सहयोगी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री से विद्यार्थियों ने मुलाकात की, फोटो खिंचवाई और खुशी व्यक्त की।
डीइओ एसपी लाल ने बताया कि भोपाल के लाल परेड मैदान में प्रतिभाशाली विद्यार्थी सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आव्हान किया कि वे दृढ़ निश्चय के साथ अपना रास्ता चुनकर आगे बढ़ें। पढ़ाई के लिये पैसों की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढऩे के लिये प्रेरणा, परिश्रम और धन की जरूरत होती है। परिश्रम विद्यार्थी करें, धन की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि ऊंची उड़ान भरने के लिए पूरा आकाश है। अपने भीतर क्षमताएं पैदा करो और पूरा आकाश नाप लो।
समारोह में मप्र बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थी शामिल हुए। इन विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री ने लेपटॉप खरीदने के लिए ऑनलाइन 25-25 हजार रुपए की राशि उनके बैंक खातों में वितरित की। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि वे 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि से अपनी पसंद का लेपटॉप खरीदें और पढ़ाई में उसका भरपूर उपयोग कर ज्ञान का नया संसार रचें। उन्होंने कहा कि अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करना हर बच्चे का अधिकार है। देश और प्रदेश का भविष्य बनाने के लिए बच्चों की शिक्षा में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों को असाधारण क्षमता और प्रतिभा का पुंज बताते हुए कहा कि सही दिशा मिलने पर बच्चे अपना और प्रदेश का सुनहरा भविष्य गढऩे में सक्षम हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री चौहान की पहल पर वर्ष 2009 से परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए यह योजना शुरू की गई थी। प्रोत्साहन स्वरूप लेपटॉप के लिए ऑनलाइन धनराशि दी जा रही है। विद्यार्थियों को लक्ष्य तय करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि लक्ष्य प्राप्त करने के लिए रोडमैप बनायें और ईमानदारी से उसका पालन करें। दृढ़ निश्चय और इच्छाशक्ति से सफलता अवश्य मिलती है।
उन्होंने विद्यार्थियों को सीख दी कि अपने माता-पिता और बहन-बेटियों का हमेशा सम्मान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश बदल रहा है। इस बदलाव में अपना योगदान देने के लिए तैयार रहें। नई टेक्नोलॉजी का रचनात्मक उपयोग करें और इसके दुरूपयोग से हमेशा बचें। हमेशा सचेत रहें कि गलत राह पर कदम ना पड़ जाए। निराशा को अपने पास नहीं आने दें। किसी भी प्रकार के भटकाव से बचें। सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करें। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा व्यवस्था के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सरकारी नौकरियों में उनके लिए पद आरक्षित किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसने बेटियों की तरफ बुरी नजर डाली और बेटियों की गरिमा को ठेस पहुँचाने की कोशिश भी की, उसे सख्त सजा मिलेगी। सम्मान समारोह में स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी, माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष एसआर मोहंती, प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी सहित अन्य उपस्थित रहे।