19 साल बाद दो पीठों के शंकराचार्य देंगे धर्म उपदेश
सिवनीPublished: Feb 17, 2021 09:04:44 pm
पुलिस अधीक्षक ने आयोजन स्थल के देखे इंतजाम
19 साल बाद दो पीठों के शंकराचार्य देंगे धर्म उपदेश
सिवनी. गुरू रत्नेश्वर धाम दिघौरी में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की उपस्थिति में १९ वर्षों के बाद कथा कही जाएगी। पिछले दो दिनों से बदले हुये मौसम के बाद भी न तो आयोजकों के उत्साह में कोई कमी आई है और न ही सनातन धर्मियों के। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज गुरुवार की शाम को उनकी जन्म स्थली ग्राम दिघोरी जिसे गुरू रत्नेश्वर धाम का नाम दिया है, में होने जा रहा है। उनकी आगवानी की तैयारी आयोजकों के द्वारा की जा रही है। 19 फरवरी को प्रात: कलश यात्रा निकाली जाएगी।
ग्राम दिघोरी में शंकराचार्य स्वामी श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ की गंगा प्रवाहित करेंगे। 19 साल पूर्व इसी स्थान पर विश्व के अद्वितीय स्फटिक शिवलिंग की स्थापना की गई थी। स्थापना के समय कार्यक्रम 15 से 22 फरवरी 2002 के बीच आयोजित हुआ था। तब कार्यक्रम में चारों पीठ के शंकराचार्य और देश भर के साधु-संतों का आगमन हुआ था। इसके बाद यहां महाराज ने पूरे सात दिन व्यासपीठ पर बैठकर श्रीमद् भागवत कथा का सनातनियों को श्रवण नहीं कराया था। यह अवसर लंबे समय बाद मिला है।
18 फरवरी को परमहंसी झोतेश्वर से महाराज गुरूधाम के लिए रवाना होंगे। अपनी जन्मस्थली गुरू रत्नेश्वर धाम पहुंचने के पूर्व आप आदेगांव में चल रही एक भागवत कथा में पहुंचेंगे और यहाँ धर्मोपदेश देंगे।
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ स्थल का आज जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम सिवनी ने निरीक्षण किया। इसके बाद पुलिस की चाकचौबंद व्यवस्था और यातायात व्यवस्था के लिए स्वयं पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक पहुंचे और उन्होंने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया एवं अमले को जिम्मेदारी सौंपी। आयोजन स्थल में पहुंचने के लिए 19 फरवरी से बस स्टेंड सिवनी में दो बसें उपलब्ध रहेंगी जो श्रद्धालुओं को वहां से लाना और ले जाना करेंगी। ये दोनों बसें नि:शुल्क उपलब्ध रहेंगी।
जिला कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग जो कि पालिका के प्रशासक भी हैं, उन्होंने पालिका को धर्म स्थल पर हर संभव व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। आयोजन समिति ने उपस्थित होने वाले आमजनों से कहा है कि वे मास्क लगाकर आएं और अपने साथ सैनिटाइजर भी साथ रखें, ताकि स्वास्थ्य की दृष्टि से हम सुरक्षित रह सकें।
आयोजन समिति ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ स्थल पर दोनों समय श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है। भंडारा प्रतिदिन प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक एवं शाम को 7 बजे से रात्रि 10:30 बजे तक चलेगा। प्रवचन का समय दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। शाम को प्रवचन के बाद वृन्दावन से आ रही रासलीला के सदस्यों के द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी, जो आकर्षण का केन्द्र रहेगी। आयोजकों ने इस धार्मिक कार्यक्रम में अपनी सहभागिता निभाने और उपस्थिति देने को कहा है।