सिवनीPublished: Sep 04, 2018 02:01:46 pm
santosh dubey
स्कूल में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
कृष्ण की लीलाओं ने सभी का मोहा मन
सिवनी. मुझे यहां आकर ऐसा लगा कि मैं गोकुल, मथुरा, वृन्दावन में हूं। यहां आप सब श्रीकृष्णजी के बाल सखा के रूप में हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने हमें जो शिक्षा दिया। वह शिक्षा जीवन की चुनौतियों में सफलता देती है तथा हमें विजयी बनाती है। उसे सबकों जीवन में उतराना चाहिए। जीवन में आपको जो समय मिला है इस अवस्था में आपको ज्यादा से ज्यादा पढऩा चाहिए। उक्ताशय की बात दिनेश राय मुनमुन ने सरस्वती उच्चतर माध्यमिक भैरोगंज सिवनी में आयोजित बालगोकुलम कार्यक्रम में व्यक्त किए।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे माता-पिता हमारे भगवान हैं, गुरु को हमें सबसे पहले सम्मान देना चाहिए और उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। आपका लक्ष्य जितना बड़ा होगा सफलता उतनी बड़ी मिलेगी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष नूपेश ठाकुर ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की व्यक्तित्व विशाल एवं विराट है। उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से समाज, देश एवं सम्पूर्ण विश्व को स्पष्ट संदेश दिया। उनकी दी गई शिक्षा हमें आत्मसात् करनी चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने गो अर्थात गाय की सेवा की प्रेरणा दिया। इतना ही नही वे नारी सम्मान के संरक्षक रहे। भगवान श्रीकृष्ण और राधा-रानी के भक्ति उनके प्रति प्रेम निष्काम था। हमें जीवन के हर क्षेत्र में उनसे कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।
बालगोकुलम् कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता भैया-बहिनों एवं विद्यालयों को शील्ड प्रमाण-पत्र तथा अन्य पुरस्कार भी प्रदान किए गए। नृत्य में 10 विद्यालयों ने भाग लिया था। राधाकृष्ण वेशभूषा में नौ विद्यालयों ने भाग लिया।
मटकी फोड में तीन-चार नन्हें राधा-कृष्ण को दिए गए किन्तु एक भी प्रतिभागी मटकी फोडऩे में सफल नही हुआ। इसके पश्चात् विभिन्न स्कूलों से आए शिक्षक-शिक्षिकाओं को अवसर दिया गया। किन्तु वे भी सफल नहीं हुए। अंत में गोविन्दा आला का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित जनसमुदाय भैयाओं के द्वारा किए गए प्रदर्शन को सराहा।
इस मौके पर राजेन्द्र सनोडिया, नूपेश ठाकुर, सुभाष नंदनवार, कृष्णा साहू, मुकेश सदाफल, रामसिंग सनोडिया एवं गणमान्य नागरिक, अतिथि, हजारों भैया-बहिन एवं अभिभावकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।