पीजी कॉलेज में व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ पर दिए उद्बोधन
सिवनी•Aug 22, 2019 / 02:01 pm•
santosh dubey
राष्ट्र में हो समरसता का वातावरण प्रो. बाटड
सिवनी. व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी में मंगलवार को भारत रत्न राजीव गांधी के जन्मदिन पर व्याख्यान रखा गया जिसमें वक्ता श्रीकांत तिवारी सेवानिवृत्त प्राध्यापक राजनीति विज्ञान ने भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 से 1947 के बीच घटित हुई घटनाओं को विस्तार से बताया। उनका कहना था कि छात्रों को अपने व्यक्तित्व को परिमार्जित करें। इसी कड़ी में भी डॉ. ज्योत्सना नावकर ने भी राष्ट्रीय आंदोलन की उपलब्धियों को इंगित किया।
इस अवसर पर डॉ. रचना सक्सेना ने भी राष्ट्रीय आंदोलन के इतिहास पर चर्चा की। कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. सुरेश बाटड ने कहा कि अभी भी आजादी की लड़ाई अधूरी है। आजाद देश के नागरिकों के मन में डर नहीं होना चाहिए तथा राष्ट्र में समरसता का वातावरण बनना चाहिए। जिस देश में जनता की अभिव्यक्ति पर पहरा बिठाने की व्यवस्था की जाए वहां आजादी लंबे समय तक नहीं चलती है।
जनता एवं जनप्रतिनिधियों के बीच निरंतर संवाद चलना चाहिए। जनप्रतिनिधियों से जनता को लगातार सवाल करते रहना चाहिए तभी सही मायने में स्वतंत्रता का एवं जिम्मेदारी का भाव शासन एवं प्रशासन में बढ़ेगा। यह जिम्मेदारी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को उठानी चाहिए ताकि मजबूत राष्ट्र का निर्माण हो जिसमें सभी का सम्मान एवं गरिमा सुरक्षित रहें। जिस राष्ट्र की आधी आबादी (महिलाएं) अपने आपको को असुरक्षित महसूस करें। वहां आजादी के मायने निराशाजनक है।
इसी कड़ी में जिला स्तरीय सद्भावना दौड़ कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र सोहन सिंह को तृतीय स्थान मिला एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में प्रथम पुरस्कार मिला। सद्भावना दिवस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ का संदेश लाइव टेलीकास्ट किया गया। छात्र शुभम ने सद्भावना गीत प्रस्तुत किया। डॉ. संध्या श्रीवास्तव ने स्व. राजीव गांधी जीवन वृतांत पर प्रकाश डाला एवं प्राचार्य डॉ. एसके चिले ने एक गजल की प्रस्तुती दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय ने डॉ. मानसिंह बघेल, डॉ. डीआर डहेरिया, डॉ. एमसी सनोडिया, डॉ. अरविन्द कुमार चौरासिया, डॉ. सीएस तिवारी, डॉ. केके बरमैया, डॉ. संदीप शुक्ला, डॉ. मुक्ता मिश्रा तथा अतिथि विद्ववान एवं बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया।