पुलिस अधीक्षक द्वारा बस स्टेण्ड में एजेंट प्रथा को समाप्त करने की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके कारण एजेंटों द्वारा बसों को बीच सड़क पर रोक कर सवारी भरा जा रही है। इनके पास न कोई लाइसेंस और ना ही कोई वर्दी है, जिससे इनकी पहचान हो सके। बस स्टेण्ड पर महिला अपराध में भी ये लोग शामिल है। इसके पूर्व तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने बस स्टेण्ड से एजेंटों को बाहर कर दिया था। एजेंटों की वजह से कई बार सवारी बस पकडऩे के चक्कर में घायल हो चुकी है।
-पति और बेटे का सर फूटा
सिवनी. कोतवाली थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रेट में उस समय भगदड़ मच गई जब पत्नी अपने पति और बेटा अपने पिता को पीट रहे थे। पुलिस ने बताया कि पति-पत्नी का विवाद होने के कारण मामला न्यायालय में चल रहा था। इसकी पेशी में दोनों आए हुए थे।
बाहर निकलते ही मारपीट शुरू हो गई। इसमें पति और बेटा खून से लहूलुहान हो गए। मौके से निकल रहे एएसपी गोपाल प्रसाद खाण्डेल ने वाहन रोक कर दोनो पक्ष को अलग किया। मौके पर कोतवाली पुलिस को बुलाकर घायल को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने दोनों पक्ष के विरूद्ध मामला दर्ज कर जांच में लिया है।