कटंगी रोड स्थित माता महाकाली मंदिर के पुजारी आचार्य दिलीप कुमार शुक्ला के अनुसार दो सित बर को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। इस बार अष्टमी तिथि 2 सित बर को रात्रि 8.47 बजे लगकर और 3 सित बर की शाम 7.20 मिनट पर अष्टमी तिथि समाप्त होगी।
13 सितंबर को गणेशोत्सव प्रारंभ हो जाएंगे। यह पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है।
मातृधाम में आधी रात मनाएंगे कृष्ण जन्माष्टमी
भादो मास में रविवार की रात 12 बजे रोहिणी नक्षत्र की शुभबेला में मनायी जाएगी। इस अवसर भगवान कृष्ण का पूजन, अभिषेक एवं महाआरती की जायेगी। जानकारी देते हुये धर्मवीर अजित तिवारी ने बताया कि वृन्दावन में विराजित शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज द्वारा भी रविवार को ही कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान का प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा। अत: सभी गुरुभक्त भी उत्साहपूर्वक इसी दिन कृष्ण जन्माष्टमी का महापर्व मनाकर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे।