सिवनी

भक्तिमय वातावरण में बीतेगा भादो मास

आधी रात मनाएंगे कृष्ण जन्माष्टमी

सिवनीSep 02, 2018 / 11:48 am

sunil vanderwar

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सिवनी. भादो मास में भक्त भगवान की भक्ति में डूबे रहेंगे। इस माह अनेक त्योहार आ रहे हैं। सावन मास के समाप्त होते ही भादो मास प्रारंभ हो जाता है। भादो मास में कृष्ण जन्माष्टमी से त्योहारों का प्रारंभ हुआ।
कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था कृष्ण का जन्म
कटंगी रोड स्थित माता महाकाली मंदिर के पुजारी आचार्य दिलीप कुमार शुक्ला के अनुसार दो सित बर को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। इस बार अष्टमी तिथि 2 सित बर को रात्रि 8.47 बजे लगकर और 3 सित बर की शाम 7.20 मिनट पर अष्टमी तिथि समाप्त होगी।
13 सितंबर को गणेशोत्सव प्रारंभ हो जाएंगे। यह पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी को चंद्रदर्शन करना निषेध

गणेश चतुर्थी को चंद्रदर्शन करना निषेध है। इस बार ऋषि पंचमी 14 सित बर को मनाई जाएगी। इस दिन व्रत करने से ऋषिशाप से मुक्ति मिलती है। इसके बाद 15 सित बर को मोरछट पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान सूर्य की उपासना की जाती है। 16 सित बर को संतान साते महालक्ष्मी व्रत किया जाएगा। इस दिन माताएं अपने बच्चों की दीर्घआयु व संतान प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं साथ ही महालक्ष्मी व्रत भी प्रारंभ होते हैं। इसके बाद राधा अष्टमी, देवसूलनी एकादशी और श्राद्धपक्ष आरंभ हो जाएंगे। इस तरह भादो मास में भक्त धर्म-कर्म में लीन रहेंगे।
मातृधाम में आधी रात मनाएंगे कृष्ण जन्माष्टमी
भादो मास में रविवार की रात 12 बजे रोहिणी नक्षत्र की शुभबेला में मनायी जाएगी। इस अवसर भगवान कृष्ण का पूजन, अभिषेक एवं महाआरती की जायेगी। जानकारी देते हुये धर्मवीर अजित तिवारी ने बताया कि वृन्दावन में विराजित शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज द्वारा भी रविवार को ही कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान का प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा। अत: सभी गुरुभक्त भी उत्साहपूर्वक इसी दिन कृष्ण जन्माष्टमी का महापर्व मनाकर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे।

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