गौरतलब है कि प्रदेश में कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी हो जाने के बावजूद जिले के अनेकों सार्वजनिक स्थानों एवं लॉनो में फुल वॉल्यूम में डीजे साउंड बजाए जा रहेहैं, जिससे बोर्ड परीक्षाओ की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं को परीक्षा की तैयारी करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही प्रदेश शासन के साथ जिला प्रशासन ने भी प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है, जिसमे रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कोलाहल पर रोक लगाई गई है, परंतु कार्यक्रम आयोजनकर्ताओं की ओर से इसकी कोई परवाह नहीं की जा रही है।
दूसरी ओर स्थानीय स्तर पर पुलिसविभाग और स्थानीय प्रशासन भी कोई कार्यवाही नहीं करने से लोगों के हौसले बुलंद हो रहे है। इस ओर स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन से छात्र-छात्राओं के परिजनों के द्वारा मांग की गई है कि जल्द से जल्द इस और ध्यान देते हुए उपयुक्त कार्यवाही की जानी चाहिए। देर रात तक शहर व अंचल में डीजे व अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग होने के कारण लोग परेशान हैं। जिला प्रशासन द्वारा जिले में कोलाहल अधिनियम लागू किए जाने के बाद भी इसका असर होते नहीं दिख रहा। इन दिनों स्कूलों में छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं, जिन्हें पढ़ाई करने में काफी परेशानी हो रही है। लोगों का कहना है कि नियम का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाए।
शहर व गांव में देर रात तक डीजे और धुमाल पार्टी का शोर शराबा परेशान कर रहा है। स्थानीय प्रशासन द्वारा इस संबंध में किसी तरह की पहल नहीं किए जाने से लोग परेशान हैं। कोलाहल अधिनियम के तहत प्रशासन से अनुमति लेकर एक निश्चित आवाज में ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग किया जा सकता है, पर इस नियम का उल्लंघन शहर व गांव में खुलेआम हो रहा है। चाहे दिन हो या रात निर्धारित मापदंडसे अधिक आवाज में डीजे और धुमाल पार्टी का शोर सुना जा सकती है। विवाह, आभार रैली और अन्य सामाजिक आयोजनों में खुलकर ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग हो रहा है। तेज आवाज के कारण लोगों को समस्या हो रही है।
शोरगुल पर लगे रोक
छपारा नगर के रहवासी एवं अभिभावक रामगोपाल, नीलकंठ साहू, मोहन, रामप्रसाद का कहना है कि बच्चों की इन दिनों पढ़ाई चल रही है। ऐसे में देर रात तक डीजे बजाना उचित नहीं है। शोरगुल पर पूर्णत: रोक लगनी चाहिए। चाहे दिन हो या रात शहर में डीजे के तेज शोर के कारण जीना मुहाल हो गया है। तेज शोर करने वाले यंत्रों को जब्त किया जाना चाहिए। कार्रवाई नहीं होने के कारण देर रात तक डीजे बजता रहता है।