पत्रिका के सवाल पर एआरटीओ देवेश बाथम के ये थे जवाब 1. सवाल – अनफिट बसों में लोग खतरे में सफर कर रहे हैं, कार्रवाई नहीं हो रही।
जवाब – हमारे पास शिकायत आएगी तो चेक कराएंगे, फिलहाल ऐसी कोई शिकायत नहीं है।
2. सवाल -सडक़ पर रोजाना ही जर्जर बसें दौड़ रही हैं, उनकी जांच क्यों नहीं की जा रही है।
जवाब – हमारे पास स्टॉफ कम है, इसलिए जांच व कार्रवाई में समस्या आती है। इसके अलावा अभी जनसेवा अभियान का भी हमें काम मिला हुआ है। इससे विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
3. सवाल – बसों की फिटनेस, परमिट जांच अंतिम बार कब की गई थी।
जवाब – बसों की जांच किए काफी दिन हो गए हैं, तीन-चार दिन पहले हमने टैक्सी वाहनों की चेकिंग की थी।
4. सवाल – यात्री बसों में किराया सूची, फस्र्ट ऐड बॉक्स नहीं लगे हैं।
जवाब – समय-समय पर बस संचालकों को निर्देश देते हैं, फिर से उन्हें इनके लिए कहा जाएगा।
5. सवाल – दमोह जिले में जिस तरह का जर्जर बस से हादसा हुआ, ऐसा हादसा यहां न हो, इसके लिए क्या इस जिले में चल रही बसों की फिटनेस, परमिट को जांचेंगे।
जवाब – हमारे पास काम बहुत है और स्टॉफ कम है, फिर भी अधिकारियों के निर्देश के मुताबिक जितना किया जा सकता है करेंगे।
जवाब – हमारे पास शिकायत आएगी तो चेक कराएंगे, फिलहाल ऐसी कोई शिकायत नहीं है।
2. सवाल -सडक़ पर रोजाना ही जर्जर बसें दौड़ रही हैं, उनकी जांच क्यों नहीं की जा रही है।
जवाब – हमारे पास स्टॉफ कम है, इसलिए जांच व कार्रवाई में समस्या आती है। इसके अलावा अभी जनसेवा अभियान का भी हमें काम मिला हुआ है। इससे विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
3. सवाल – बसों की फिटनेस, परमिट जांच अंतिम बार कब की गई थी।
जवाब – बसों की जांच किए काफी दिन हो गए हैं, तीन-चार दिन पहले हमने टैक्सी वाहनों की चेकिंग की थी।
4. सवाल – यात्री बसों में किराया सूची, फस्र्ट ऐड बॉक्स नहीं लगे हैं।
जवाब – समय-समय पर बस संचालकों को निर्देश देते हैं, फिर से उन्हें इनके लिए कहा जाएगा।
5. सवाल – दमोह जिले में जिस तरह का जर्जर बस से हादसा हुआ, ऐसा हादसा यहां न हो, इसके लिए क्या इस जिले में चल रही बसों की फिटनेस, परमिट को जांचेंगे।
जवाब – हमारे पास काम बहुत है और स्टॉफ कम है, फिर भी अधिकारियों के निर्देश के मुताबिक जितना किया जा सकता है करेंगे।