नहर फूटी या है कोई षणयंत्र! उठ रहे हैं कई सवाल..
नहर फूटने से किसानों में गुस्सा, सैकड़ों एकड़ फसल डूबी
सिवनी
Published: February 20, 2022 10:01:38 pm
सिवनी. भीमगढ़ दांयी तट मुख्य नहर में छोड़े गए पानी से नहर कमजोर हो रही थी, जिसको लेकर पिछले दो सप्ताह से किसान सिंचाई विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करा रहे थे, इसके बावजूद अधिकारियों ने नहर में पानी का स्तर बढ़ा दिया, इसका परिणाम ये हुआ कि शनिवार-रविवार की रात मुख्य नहर ग्राम पंचायत छुई के नजदीक मोहगांव के पास फूट गई। खेतों में लगातार पानी जाने से सैकड़ों एकड़ की गेहूं की फसल पानी में डूब गई। रविवार को १२ घंटे बाद भी नहर की मरम्मत या मौके के हालात देखने सिंचाई विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। इधर सत्ताधारी पार्टी के नेता विपक्ष पर किसानों तक पानी न पहुंच सके, इसलिए कुछ षणयंत्र के आरोप भी लगा रहे हैं। बहरहाल इस मामले में राजनीति होने लगी है, ऐसे में यह मामला जिले की राजनीति में और भी आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा बनेगा, इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
बता दें कि जल संसाधन विभाग भीमगढ़ दांयी तट नहर उप-संभाग क्रमांक-3 कान्हीवाड़ा अंतर्गत मोहगांव (छुई) के समीप करीब 20 फीट मुख्य नहर टूट कर बह गई। जिससे सैकड़ों एकड़ खेत की डूबी फसल से होकर पानी लगातार बह रहा है। खेतों में लगी गेहूं की खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ है, तो वहीं नहर बंद होने से आगे के क्षेत्र के अन्य किसान मरम्मत होने तक सिंचाई से वंचित रहेंगे।
किसानों का कहना है कि उनके द्वारा नहर की हालत को लेकर लगातार अधिकारियों को बताया जा रहा था, इसके बावजूद उनकी बात को अनसुना किया जाता रहा है, इसी के कारण यह परिणाम सामने आए हैं। कहा कि जल संसाधन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और मेंटेनेंस के नाम पर की जाने वाली खानापूर्ति और गड़बड़ी के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है। कहा कि कार्यपालन यंत्री प्रवीण महाजन, केवलारी और कान्हीवाड़ा के प्रभारी एसडीओ रामशरण शर्मा व उपयंत्री आरके सतनामी की लापरवाही साफ उजागर हो गई है।
बताया गया कि कान्हीवाड़ा के समीप मैन कैनाल पर 1284 कैन पर गेज बना हुआ है, जिससे 90-95 सेंटीमीटर ही पानी छोड़ा जाना सुनिश्चित है लेकिन एसडीओ शर्मा द्वारा क्षमता से 3 फीट अधिक पानी छोड़ा जा रहा था। इसके अलावा एसडीओ शर्मा द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर खानापूर्ति करते हुए मेन कैनाल की मेड के पास से ही पोकलैंड मशीन से खुदाई करा नहर की मेढ़ के ऊपर मिट्टी डलवाई जा रही थी। इन सब भारी लापरवाही के चलते नहर टूटने की स्थिति निर्मित हुई है।

patrika
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