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सावधान – पुस्तक, यूनिफॉर्म, टाई, जूते खरीदने बाध्य न करें स्कूल

locationसिवनीPublished: Apr 12, 2018 09:41:51 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

प्राइवेट स्कूल संचालकों को बैठक में डीईओ,डीपीसी ने दी चेतावनी

Careful - Do not force the book, uniform, tie, shoes to buy
सिवनी. प्राइवेट स्कूलों में एडमीशन शुरु हो चुके हैं, ऐसे में जो स्कूल मनमानी फीस लेते हैं, शिक्षण सामग्री निर्धारित दुकानों से लेने का दबाव बनाते हैं, ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई की चेतावनी देते हुए डीईओ एसपी लाल ने सभी स्कूल प्रबंधन को सावधान किया है।
बड़े मिशन स्कूल सभाकक्ष में हुई बैठक में बुधवार को डीईओ ने प्राइवेट स्कूल संचालक, प्रमुखों से कहा कि प्रतिवर्ष शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होते ही अभिभावकों की यह शिकायत होती है कि अशासकीय शालाओं में अध्यापन के दौरान अनावश्यक प्रवेश शुल्क एवं अध्ययन के लिए कॉपी, किताब से लेकर ड्रेस तक के लिए दुकान सुनिश्चित की जाती है। जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए।
मध्यप्रदेश राजपत्र 2018 में जारी मप्र निजी विद्यालय अधिनियम 2017 तथा संबंधित विषयों का विनियोग के विषय में निर्देश दिए गए है। राजपत्र 23 फरवरी 2018 द्वारा शैक्षणिक वर्ष के लिए फीस पूर्व वृति वर्ष में प्रभारित फीस से 10 प्रतिशत के भीतर रखने का प्रतिबंध का पालन सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए है।
डीईओ लाल ने कहा है कि संस्था के पाठ्यक्रम में अधिकांश पुस्तके एनसीआरटी की सम्मिलित की जाए। पुस्तक, यूनिफॉर्म, टाई, जूते, कापियों का विक्रय खुले बाजार से करवाने के लिए जोर दिया गया है। संस्था परिसर अथवा किसी विशेष दुकान से विक्रय में प्रतिबंध लगाने की बात की गई है। शिक्षण सामग्री पर विद्यालय का नाम अंकित ना हो, यूनिफॉर्म कम से कम 5 वर्ष के अंतराल में बदलने के निर्देश दिए गए है।
डीपीसी गोपाल सिंह बघेल ने कहा कि बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के संबंध में संस्था द्वारा चलाई जा रही बसों में सीसीटीवी कैमरा तथा महिला कंडेक्टर की उपलब्धता हो। एक अंशकालीन परामर्शी शिक्षक की नियुक्ति की जाए, जो मनोविज्ञान विषय में स्नातक हो तथा स्नातक के साथ कांऊसलिंग में डिप्लोमा का प्रमाण पत्र हो।
डाईट प्राचार्य केके पटेल ने कहा संस्था में शिक्षक कर्मचारी नियुक्त करने के पूर्व उसका किसी भी आपराधिक प्रकरण में असंलग्रता की जांच की जाए। एपीसीसी महेश गौतम ने कहा सभी पोर्टल पर परीक्षा परिणाम अपडेट किए जाएं। संस्था में छात्रों को पढाई के अतिरिक्त खेलकूद, स्वास्थ्य परीक्षण, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण आदि के संबंध में जागरूकता अभियान के लिए प्रेरित किया जाए। कार्यक्रम में बीआरसीसी सुनील पंवार, चुनेन्द्र बिसेन, चित्तौड़सिंह कुशराम, बड़े मिशन स्कूल के प्राचार्य अजय ढबले सहित अन्य उपस्थित थे।
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