सिवनीPublished: Dec 07, 2017 11:54:01 am
santosh dubey
सफाईकर्मी को साल-श्रीफल से किया सम्मान
सिवनी. बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर एक विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री , राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे, वह हमेशा दलित समाज, पिछड़े व गरीब मजदूरों के लिए मसीहा के रूप में थे और महिलाओं के प्रति सामाजिक भेदभाव के खिलाफ। उक्ताशय की बात मण्डी अध्यक्ष रमेश चौहान ने कही।
उन्होंने आगे बताया कि 1956 में भारत में एक महान चमत्कार देखने को मिला। जब दलित वर्ग और पीडि़त जनता के हृदय सम्राट डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर ने 14 अक्टूबर 1956 को अशोक विजयदशमी के दिन नागपुर में अपने पांच लाख साथियों के साथ बौद्वधर्म की दीक्षा ली। ज्ञात हो कि बाबा साहब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश मे हुआ था। डॉ भीमराव अंबेडकर की मृत्यु छह दिसंबर 1956 को हुई थी तब से यह दिन छह दिसंबर को पुण्यतिथि के रूप मे प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
इसी रूप में छपारा बस स्टाफ परिषर में छह दिसंबर को सुबह आठ बजे दुनिया के सबसे बड़े मानवतावादी, भारत रत्न, संविधान के निर्माता, समाज को समानता की मुख्य धारा मे जोडऩे वाले महानायक की पुण्यतिथि बनायी गयी।
जिसमें सर्वप्रथम बाबा साहब के छायाचित्र पर मोमबत्ती जलाकर व पुष्पमाला से श्रद्धांजलि अर्पित की गई व बाबा साहब के समाज के लिए त्याग के संबंध में प्रकाश डाला गया। उसके बाद कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मण्डी अध्यक्ष रमेश चौहान, ओबीसी महासभा, अंबेडकर मिशन समिति के द्वारा छपारा नगर के समस्त सफाईकर्मियों को साल श्रीफल से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर लक्ष्मण सिंह अहिरवार, डॉ सतीश नाग, मुकेश सुपलभक्त, राकेश भारद्वाज, चेतराम डहेरिया, सुनील डोंगरे, प्रदीप मसीह, समित मिश्रा, अनिल रूनिझा, भानु गोल्हानी, चन्दू श्रीवात्री, संतोष यादव, मुस्लिम बोर्ड जिला अध्यक्ष आरिफ खान, हाशिम खान, गोल्डी ठाकुर आदि मौजूद थे।
देश के लिए बाबा साहब का योगदान अतुलनीय
बहुजन समाज पार्टी द्वारा बुधवार को डॉ. आम्बेडकर के परिनिर्माण दिवस पर विधानसभा स्तरीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किया गया।
सिवनी में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बसपा जिला अध्यक्ष उमाकांत बंदेवार, बरघाट में लालसिंह नंदौरे जोन प्रभारी, लखनादौन में डोमन लाल अहरवार जिला प्रभारी एवं केवलारी विधानसभा क्षेत्र में मोहन लाल मरार जिला प्रभारी द्वारा डॉ. बाबा साहब आम्बेडकर के जीवन संघर्ष पर प्रकाश डाला गया।
सिवनी में सभा को संबोधित करते हुए बसपा जिला अध्यक्ष बन्देवार ने कहा कि आम्बेडकर का योगदान देश के लिए अतुलनीय है। भारतीय संविधान के निर्माण के साथ साथ सोन नदी, दामोदर घाटी, हीराकुंड जल परियोजना, बिजली ग्रिड सिस्टम, महिलाओं को मातृत्व अवकाश, सामान कार्य के सामान वेतन, मजदूरों के लिए काम के 12-14 घंटों की जगह 8 घंटे कराया, आरबीआई, योजना आयोग एवं स्वतंत्र चुनाव आयोग बाबा साहब की देन है, जो भारत में काश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी जाति, धर्म, भाषा के लोगो को अपने अपने धर्म एवं भाषा, लिपि का प्रचार प्रसार करने एवं उसे बढ़ाने का अधिकार भारतीय संविधान में दिया है। इसके कारण भारत में विभिन्नता के बावजूद एकता है। इसका जीता जागता उदाहरण आजादी के बाद 70 वर्षों से देश में एकता एवं अखण्डता बरकरार है।
कार्यक्रम में आरटी भगत, रवि मेश्राम, मनोहर डहेरिया, कैलाश डहेरिया, रामप्रसाद बारमाटे, सुरेश अहरवार, प्रेमचंद साहू, शैलेन्द्र कौसरे, सुखचंद बोपचे, नरेन्द्र अहरवार, नंदू महोबिया, मुन्ना चौधरी, राहुल चौधरी, सतीश यादव, रजनी गोखले व अन्य ने सहयोग किया।