पुलिस थानों पर पुलिस मुख्यालय से नजर
प्रदेश के हर पुलिस थाने पर अब पुलिस मुख्यालय से अफसरों की सीधी नजर रखने की तैयारी है। पुलिस मुख्यालय में दो से तीन महीने में पुलिस कंट्रोल रूम तैयार किया जा रहा है। इस कंट्रोल रूम से प्रदेश के सभी पुलिस थानों को जोडऩे की योजना है।
इन थानों के क्षेत्रों में जितने भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, उनकी भी फिलहाल रिपोर्ट मांगी गई है। जल्द ही इन कैमरों की भी मदद ली जाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में जयपुर जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसी तरह के कंट्रोल रूम सभी जिलों में भी प्लान किए जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षकों को मॉनिटरिंग के निर्देश
हाईवे पर होने वाले अपराधों को लेकर भी पुलिस महानिदेशक सख्त हैं। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिले में हाइवे पर आने वाले पेट्रोल पंपों की सूची बनाएं और उनको सीधे सीसीटीवी से जोड़े। कैमरों को लगाने राशि व्यापारियों के सहयोग से भी जुटाई जा सकती है। इन पेट्रोल पंपों को सीसीटीवी से जोडऩे के बाद हर दिन उनकी मॉनिटरिंग भी पूरी की जाएं।
एटीएम संबंधी अपराध बड़ी चुनौती
एटीएम संबंधी अपराध और साइबर अपराधों से निपटने के लिए भी जल्द ही प्रदेश पुलिस को बड़े स्तर पर ट्रेनिंग देने की योजना है। बताया जा रहा है कि वर्तमान में प्रदेश के सिर्फ पंद्रह सौ पुलिसकर्मियों को ही साइबर संबंधी अपराध रोकने का थोड़ा बहुत ज्ञान है।
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साल के अंत मं करीब दो हजार अन्य पुलिसकर्मियों को भी साइबर अपराधों का ज्ञान देने की तैयारी की है। पुलिस अधीक्षकों को कहा गया है कि वे बैंकों से बात करें और हर एटीएम को सीसीटीवी की जद में लें।
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प्रदेश में हर तरह के अपराध को लेकर बड़े स्तर पर प्लानिंग की जा रही है। अपराधों के ग्राफ में कुछ कमी आई है। इसमें और ज्यादा कमी करने की तैयारी है। पुलिस मुख्यालय में भी पुलिस कंट्रोल रुम तैयार करने की प्लानिंग चल रही है।
-मनोज भट्ट, महानिदेशक, राजस्थान पुलिस