अब किसी किसान के चेहरें पर साहूकार के ब्याज का बोझ दिख रहा है तो कोई बेटी के हाथ कैसे पीले होंगे। इन सपनों में खोया है। सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन और कलेक्टर प्रवीण सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों के काफिले के साथ दर्जनभर से अधिक ग्रामों का दौरा कर किसानों की पीड़ा को सुना। खेतों में नुकसान हुए फसल का निरीक्षण किए। विधायक राय ने किसानों को ढांढस बंधाया।
कलेक्टर सिंह ने ग्राम गरठीया, बोरिया, झिलमिली, भाजीपानी, पौड़ी, खिरखिरी, खमरिया, परासिया, जेवनारा, कलारबांकी एवं जोगीवाड़ा। रमपुरी, भटेखारी, जावना, सेलुआ, चुटका ग्राम का दौरा किए। वे खेत में लगी किसानों की फसल एवं ग्राम में मकानों की नुकसानी का जायजा लिए। किसान और ग्रामीणों से चर्चा कर नियमानुसार राहत दिलाए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने सर्वे कार्य में उपस्थित पटवारियों, ग्राम सचिवों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को ओलावृष्टि से हुई नुकसानी का सही एवं त्वरित आंकलन किए के लिए आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अधिकांश ग्राम में विधायक राय उपस्थित रहे।
अनुपस्थित रहना पड़ा महंगा, तीन सचिव निलंबित
कलेक्टर सिंह के निरीक्षण के दौरान सर्वे कार्य में अनुपस्थित पाए गए तीन सचिवों को महंगा पड़ गया। कलेक्टर ने उनको तत्काल निलंबित करने का फरमान जारी कर दिया। जिन सचिवों को निलंबित किया गया है। उनमें ग्राम पौड़ी सचिव महेश डेहरिया, ग्राम खिरखिरी सचिव अशोक सेन एवं ग्राम बोरिया सचिव उइके हैं। निरीक्षण अवधि में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सिवनी जेपी सैय्याम, उपसंचालक कृषि विभाग एसके धुर्वे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरी, नायाब तहसीलदार निधि शर्मा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों की उपस्थिति रही।
जिले के 312 ग्राम में ओलावृष्टि का असर
जिला प्रशासन के आकड़ों पर गौर करें तो बारिश व ओलावृष्टि से अब तक जिले के 312 ग्राम प्रभावित हुए हैं। सोमवार तक किए गए सर्वे में यह आकड़ा १४५ ग्राम का था। मंगलवार को जिलेभर के अधिकारियों का काफिला अलग-अलग गांवों में पहुंचा। संबंधित अधिकारियों के सर्वे के बाद यह संख्या 312 तक पहुंच गई है। सर्वे का कार्य जारी है।