सडक़ की गुणवत्ता का होगा परीक्षण
कलेक्टर जैन ने स्वामित्व योजना के अब तक जिले में हुए काम के विषय में सभी तहसीलदार से एक-एक कर रिपोर्ट ली। जिसमें उम्मीद के मुताबिक अब तक काम नहीं हो पाया है। जिससे कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों पर नाराजगी जताई। साथ ही कहा कि सभी तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही फसल गिरदावरी के लम्बित प्रकरणों को भी तत्काल पूरे करने को कहा है। कलेक्टर जैन ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री आरके हनुमंते को बंडोल-कोहका मार्ग का निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि जहां भी कमियां हैं, वहां जरूरी सुधार कार्य कराया जाए। सडक़ पर जल निकासी की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा है।
अधीक्षकों पर भी होगी कार्रवाई
छात्रावासों व आश्रमों के निरीक्षण के लिए गठित दल से रिपोर्ट लेकर उस पर सम्बंधित अधिकारियों से चर्चा की गई। जिन छात्रावास और आश्रम के दस्तावेजों में अधूरी जानकारी पाई गई है तथा जहां-जहां अन्य गंभीर लापरवाही पाई गई है, वहां के अधीक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
उपयंत्रियों को जारी होंगे नोटिस
बैठक में गोशालाओं के संचालन की स्थिति तथा चरनोई भूमि पर अतिक्रमण हटाने अब तक हुई कार्यवाही की तहसीलवार समीक्षा की गई। उन्होंने सभी एसडीएम को चरनोई भूमि से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि ऐसी सभी चिन्हांकित चरनोई भूमि जिनमें निर्देशों के बाद भी अब तक पशुओं के लिए चारा नहीं लगाया गया है। उनके संबंधित ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के उपयंत्रियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर जैन ने गोशाला संचालन कार्यों से जुड़े आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूहों के निरंतर प्रशिक्षण तथा मार्गदर्शन के निर्देश पशुपालन विभाग तथा आजीविका मिशन के अधिकारियों को दिए गए हैं। बैठक में कलेक्टर जैन ने सीएम हेल्प लाइन, समय सीमा में दर्ज प्रकरणों, जनसुनवाई, विभिन्न आयोग की शिकायतों सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्टर जैन ने 50 दिवस से अधिक समय से लंबित सभी शिकायतों में अपडेट फॉलोअप दर्ज करने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए हैं।
आंगनबाड़ी के निरीक्षण में लापरवाही
जिले में दो हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्र हैं। जहां कई तरह की कमियों के बीच केन्द्र संचालित हो रहे हैं। अहम बात है कि अधिकारी भी इन केन्द्रों का सतत निरीक्षण करने में लापरवाही बरतते रहे हैं। ऐसी शिकायतें ग्रामीण करते रहे हैं। अब आंगनबाड़ी केन्द्र में दर्ज बच्चे तथा पोषण ट्रेकर ऐप के डेटा की समीक्षा करते कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है। कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पात्र बच्चे अनिवार्यत: उपस्थित रहें, यह मॉनिटरिंग की जाए। आंगनबाड़ी में उपस्थित बच्चों को मीनू अनुसार भोजन तथा नाश्ता समय पर उपलब्ध होना चाहिए।