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कॉलेज को नहीं पता किस देवेन्द्र ठाकुर को दिया पैसा

locationसिवनीPublished: Aug 27, 2019 09:34:38 pm

Submitted by:

santosh dubey

पीजी कॉलेज की टीम करेगी जांच, एक दर्जन से अधिक रसीदों में फर्जीवाड़ा

कॉलेज को नहीं पता किस देवेन्द्र ठाकुर को दिया पैसा

कॉलेज को नहीं पता किस देवेन्द्र ठाकुर को दिया पैसा

 

सिवनी. कन्या महाविद्यालय में अध्ययनरत खिलाड़ी छात्राओं को खेलकूद कराने के आयोजन व जाने-आने, भोजन, प्रशिक्षकों को बुलाने आदि के नाम पर निकाले गए बिल में व्यापक अनियमिताएं सामने आने पर इस मामले की जांच कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य ने पीजी कॉलेज को सौंप दी गई है।
कन्या कॉलेज के एकाउन्टेंट से जब कुछ बिलों में खेल प्रशिक्षक देवेन्द्र ठाकुर और एक अन्य वासनिक के नाम पर किए गए सात हजार और एक हजार के भुगतान के विषय में पूछा गया तो उन्होंने इस मामले में गोलमोल जवाब दे दिया। वहीं बिलों में देवेन्द्र ठाकुर के हस्ताक्षर में भी भिन्नता है। तो एक बिल वासनिक के नाम से निकाला गया जिसमें वासनिक का सिर्फ सरनेम है नाम का कहीं अता-पता नहीं है।
कन्या महाविद्यालय ने खो-खो खेलकूद के मामले में 14 सितम्बर 2018 को देवेन्द्र ठाकुर (प्रशिक्षक) के नाम से एक बिल चार हजार रुपए का निकाला। जिसमें प्राप्तकर्ता में देवेन्द्र ठाकुर के हिन्दी में हस्ताक्षर है। वहीं इसी तिथि में खो-खो, कब्बडी के मैदान तैयार के लिए मैदान विशेषज्ञ में देवेन्द्र ठाकुर को बुलाया गया दर्शाया गया है जिसका भुगतान तीन हजार रुपए किया गया है। इसमें प्राप्तकर्ता में देवेन्द्र ठाकुर के अंग्रेजी में हस्ताक्षर हैं। इसी प्रकार 4 अक्टूबर 2017 के एक बिल में मात्र एक व्यक्ति का नाम न लिखकर सिर्फ सरनेम वासनिक लिखकर एक हजार रुपए का बिल निकाल लिया गया।
नहीं बता पा रहे कौन हैं प्रशिक्षक
इस मामले में एकाउन्टेंट से जब पूछा गया कि देवेन्द्र ठाकुर और वासनिक कौन है जब इनको भुगतान किया गया है तो आपके रिकॉर्ड में इनके पूरा नाम, मोबाइल नम्बर व रसीदी टिकट में भुगतान किए जाने का हस्ताक्षर आदि बताए तो वे बगले झांकने लगे। वहीं जब इस मामले में पूछा गया कि उत्कृष्ट विद्यालय में भी एक देवेन्द्र ठाकुर है तो एकाउन्टेंट ने साफ कहा कि स्कूल वाले देवेन्द्र ठाकुर नहीं है, ये दूसरे हैं लेकिन दूसरे कौन है तो वे बताने में असमर्थ रहे। वहीं जब वासनिक का पूरा नाम पूछा गया तो इस मामले में भी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए।

इनका कहना है
लगभग 17 बिलों में गड़बड़ी पाई गई है, इस मामले में एकाउन्टेंट को कई बार कॉलेज में बिल लाने को कहा गया था उन्होंने बिल समय पर सामने नहीं लाया। अब इसकी जांच पीजी कॉलेज को सौंप दी गई है।
अमिता पटेल, प्राचार्य
कन्या महाविद्यालय, प्राचार्य

इनका कहना है
नेताजी सुभाष चंद्र बोस कन्या महाविद्यालय में खेलकूद आयोजनों मेें हुए भुगतान के बिलों की शिकायत के लिए कॉलेज से टीम का गठन किया गया है। जांच कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
डॉ. सतीश चिले, पीजी कॉलेज सिवनी.

इनका कहना है
कुछ बिलों में गड़बड़ी जरूर हुई है लेकिन अन्य बिलों के विषय में जांच टीम को सब कुछ बता दिया जाएगा।
दिनेश संत, एकाउन्टेंट, कन्या महाविद्यालय, सिवनी

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