पूर्व में हुई जांच पर उठाए सवाल –
शिकायतकर्ता के द्वारा पूर्व में की गई शिकायत दिनांक १७ जुलाई २०१८, ३१ जुलाई २०१८, ०४ अगस्त २०१८, २१ अगस्त २०१८ एवं १५ सितम्बर २०१८ का उल्लेख करते कहा कि प्राचार्य की शिकायत संदर्भित पत्रों के माध्यम से की गई। आरोप लगाए हैं कि उक्त पत्रों में हुई शिकायत की जांच निष्पक्ष एवं सूक्ष्म रूप से नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है। वहीं कर्मचारियों पर भी मानसिक तनाव बढऩे व शैक्षणिक कार्य प्रभावित होने की बात कही है।
होनी चाहिए निष्पक्ष जांच –
हमारे द्वारा यह छटवीं बार प्राचार्य के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने शिकायती पत्र प्रशासन को सौंपा गया है। दो माह पूर्व हुई जांच से हम ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं, प्रशासन को निष्पक्ष जांच करानी चाहिए।
आरपी देशमुख, शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता के द्वारा पूर्व में की गई शिकायत दिनांक १७ जुलाई २०१८, ३१ जुलाई २०१८, ०४ अगस्त २०१८, २१ अगस्त २०१८ एवं १५ सितम्बर २०१८ का उल्लेख करते कहा कि प्राचार्य की शिकायत संदर्भित पत्रों के माध्यम से की गई। आरोप लगाए हैं कि उक्त पत्रों में हुई शिकायत की जांच निष्पक्ष एवं सूक्ष्म रूप से नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है। वहीं कर्मचारियों पर भी मानसिक तनाव बढऩे व शैक्षणिक कार्य प्रभावित होने की बात कही है।
होनी चाहिए निष्पक्ष जांच –
हमारे द्वारा यह छटवीं बार प्राचार्य के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने शिकायती पत्र प्रशासन को सौंपा गया है। दो माह पूर्व हुई जांच से हम ग्रामीण संतुष्ट नहीं हैं, प्रशासन को निष्पक्ष जांच करानी चाहिए।
आरपी देशमुख, शिकायतकर्ता
व्यवस्था सुधारने की सख्ती –
चुनाव के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हुआ है। ऐसे में सभी शिक्षक, विद्यार्थियों को समय पर आने, क्लास लगाने के लिए निर्देशित किया था। लापरवाही बरतने वालों को चेतावनी दी थी, ताकि व्यवस्था में सुधार आए। कुछ लोग झूठे आरोप लगा रहे हैं।
एसएस कुमरे, प्राचार्य उमावि पांडियाछपारा
चुनाव के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हुआ है। ऐसे में सभी शिक्षक, विद्यार्थियों को समय पर आने, क्लास लगाने के लिए निर्देशित किया था। लापरवाही बरतने वालों को चेतावनी दी थी, ताकि व्यवस्था में सुधार आए। कुछ लोग झूठे आरोप लगा रहे हैं।
एसएस कुमरे, प्राचार्य उमावि पांडियाछपारा