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सावधान, यहां शिकायतकर्ता से लिया जाता है रिश्वत, रात गुजारनी पड़ती है थाने में

locationसिवनीPublished: Feb 26, 2020 08:46:39 pm

Submitted by:

akhilesh thakur

– बंडोल पुलिस का कारनामा, शिकायत करने गए पीडि़त को रातभर थाने में रखा बंद – सुबह दो हजार रुपए लेकर छोडऩे का आरोप, पीडि़त ने की एसपी से शिकायत

सावधान, यहां शिकायतकर्ता से लिया जाता है रिश्वत, रात गुजारनी पड़ती है थाने में

सावधान, यहां शिकायतकर्ता से लिया जाता है रिश्वत, रात गुजारनी पड़ती है थाने में

सिवनी. यदि आप थाने में शिकायत करने जा रहे हैं तो सावधान रहिए। पुलिस आपकी शिकायत लिखने के बजाय थाने में रातभर बंद भी कर सकती है। फरियाद मिलने की उम्मीद छोड़ दीजिए, सुबह में आपको थाने से छूटने के लिए दो हजार रुपए की रिश्वत देनी पड़ सकती है। रात के समय यदि आपने गलती से कुछ बोल दिया तो खातिदारी अलग से होगी। यह बात बंडोल पुलिस के एक कारनामे के बाद कही जा रही है।
जी हां, बंडोल थाने पर तैनात एक आरक्षक ने बीसावाड़ी निवासी राधेश्याम इनवाती की रिपोर्ट लिखने के बजाय उसको रातभर बंद रखा और पिटाई की। सुबह दो हजार रुपए लेकर छोड़ा। यह आरोप पीडि़त ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित शिकायत कर लगाया है।

पीडि़त इनवाती ने शिकायत में कहा है कि 22 फरवरी की शाम को सिवनी से मजदूरी कर बीसवाड़ा स्थित रमेश उर्फ भूरा के साथ जा रहा था। गांव के पास रास्ते में मेरे समाज के लोग मिले और मुझसे अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए झूमाझपटी करने लगे। इसकी शिकायत करने शाम को करीब 8.30 बजे मैं बंडोल थाना पहुंंचा, वहां पर आरक्षक अमर मिला। उसे मैंने पूरी बात बताई। इस पर उसने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए मुझे थाने में बंद कर दिया। उसने कहा कि थाना प्रभारी नहीं है। तुम मुझे दो हजार रुपए दो तुम्हारा मामला निपटा दूंगा।

पीडि़त ने आरोप लगाया है कि रात में पैसे नहीं देने पर उसने कपड़े उतारकर डंडे से पिटाई की। 23 फरवरी को सुबह सात बजे मेरी बहन राजकुमार बाई थाने पहुंंची तो आरक्षक ने उससे दो हजार रुपए लेकर मुझे छोड़ा। खास है कि पीडि़त ने इसकी शिकायत 25 फरवरी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में किया है। पुलिस अधीक्षक को विलंब से शिकायत किए जाने के पीछे बताया कि वह पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक से मिलकर शिकायत करना चाह रहा था, लेकिन 23 व 24 फरवरी को कार्यालय गया पर मुलाकात नहीं हुई।
इसलिए 25 को कार्यालय में शिकायत देकर रिसीविंग ले लिया हूं। अभी तक पीडि़त का मेडिकल मुआयना नहीं हुआ हैं। पिटाई से उसके चेहरे और शरीर के कई हिस्सों पर दाग के निशान पड़ गए हैं।
इस संबंध में बंडोल थाना प्रभारी आरपी गायधने ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। जिस समय की यह घटना बताई जा रही है। उस समय मैं छुट्टी पर था। शिकायतकर्ता मुझसे मिला नहीं है। इस मामले में संबंधित आरक्षक से पूछताछ कर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
पुलिस की कार्यशैली लगातार कटघरे में
जिला पुलिस की कार्यशैली लगातार कटघरे में खड़ी हो रही है। विगत कुछ माह के आकड़ों पर गौर करें तो जिला पुलिस पर रिश्वतखोरी, जुआ फड़, सट्टा संचालन, गौ-वंश तस्कर और रेत माफियाओं को संरक्षण देने के आरोप लगे हैं। इनमें विगत कुछ माह पूर्व धनौरा टीआई पर एक महिला द्वारा रिश्वत मांगने का आरोप सुर्खियों में रहा। कोतवाली पुलिस टीम पर गणेश चौक निवासी एक मामले के आरोपी द्वारा विषाक्त का सेवन करने पर उसके परिजनों ने प्रताडि़त किए जाने आरोप लगाया था। आरोपी के यहां टीआई के नेतृत्व में पुलिस कार्रवाई करने गई थी।
सबसे अधिक सुर्खियां डूंडासिवनी टीआई ने बटोरी हैं। विगत करीब पखवाड़ेभर पूर्व इनके थाना क्षेत्र में जुआ फड़ पर कोतवाली, बंडोल व लखनवाड़ा पुलिस ने एसपी के निर्देश पर कार्रवाई की। इसके बाद सेलुआ घाटी में वाहन को ओवरटेक करने को लेकर हुए विवाद में हत्या के बाद आरोपियों पर कार्रवाई को लेकर जनता नगर में प्रदर्शन के दौरान टीआई पर उनको बचाने के आरोप लगे।
डुंगरिया में विगत माह जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में जुआ फड़ संचालन के आरोपी अखिलेश अवस्थी के रेस्ट हाउस व स्विमिंग पुल तोड़े जाने के मामले के बाद भी संबंधित क्षेत्र में जुआ फड़ पुलिस की मिलीभगत से चलने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। बताया जा रहा है कि एसपी ने जुआ फड़ के मामले में टीआई को नोटिस भी जारी किया। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
बादलपार पुलिस चौकी के पूर्व व वर्तमान इंचार्ज घिरे आरोप में
जिले में चंद माह पूर्व बनी कुरई थाना क्षेत्र के बादलपार पुलिस चौकी पर तैनात पूर्व व वर्तमान इंचार्ज पर रिश्वत लेने और दर्ज एक मामले की जानकारी अन्य व्यक्ति देने, रेत माफिया व गौ-वंश के तस्करों को संरक्षण देने के आरोप लगे हैं।
वर्तमान चौकी इंचार्ज से पीडि़त रेत के मामले के आरोपी ने विगत दिनों विषाक्त का सेवन कर लिया था। पूर्व चौकी इंचार्ज विष्णु वर्मा पर एक प्रकरण के मामले की जानकारी अन्य व्यक्ति को देने, रेत माफिया व गौ-वंश तस्कर को संरक्षण देने के मामले की जांच चल रही है। पूर्व इंचार्ज के खिलाफ बादलपार निवासी अशोक शरणागत ने एसपी से शिकायत की है। इस मामले में कुरई टीआई के यहां शिकायतकर्ता व अन्य पक्ष के बयान लिए जा रहे हैं।
आरोप लगे तो इन पर हुई कार्रवाई
पुलिस पर लगे आरोपों पर गौर करें तो कुछ मामले में पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई की है। इसमें विगत वर्ष अरी थाना परिसर में एक मामले के आरोपी द्वारा शरीर पर ब्लेड मारने की शिकायत सामने आने पर तत्कालीन टीआई को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया था।
छपारा थाना परिसर में बेटी की हत्या के आरोप में पुलिस हिरासत में लिए गए पिता ने छत से कूदकर जान दे दी थी। इस मामले में तत्कालीन टीआई को लाइन हाजिर कर दिया गया था। विगत कुछ माह पूर्व सड़क हादसे के आरोपी ट्रक चालक ने विषाक्त का सेवन कर पुलिस पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया था। इस मामले की वीडियो वायरल हुई थी। इस मामले में भी पुलिस अधीक्षक ने तत्कालीन टीआई को लाइन हाजिर कर दिया था।
किसी को नहीं बख्शेंगे
बंडोल वाले मामले की पीडि़त की शिकायत पर जांच कराई जाएगी। अन्य मामले में अधिकांश की जांच चल रही है। जांच पूरी होने और संबंधित पर आरोप सिद्ध हुआ तो नियमानुसार कारवाई की जाएगी। किसी भी पुलिसकर्मी को लापरवाही व अन्य कार्यों में संलिप्त पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा।
– कमलेश खरपुसे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिवनी

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