दोपहर में कोतवाली थाना परिसर में एसडीएम जेपी सैय्याम, एसडीओपी पारूल शर्मा, तहसीलदार प्रभात मिश्रा व कोतवाली निरीक्षक मनोज गुप्ता कफ्र्यू को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा करते दिखे। शहर में सब बेहतर होने की पुष्टि की। बताया कि सड़क पर दूसरे जिले और राज्य से पैदल आने वाले को भोजन पानी की व्यवस्था पुलिस की ओर से कराई जा रही है।
जिलेभर के ग्रामीणों की डोर-टू-डोर जानकारी के लिए कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की है। प्रति चार से पांच ग्राम पंचायत पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे दिन ग्राम में वाहन से भ्रमण कर लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को जानेंगे और उसका समाधान कराएंगे। इस दौरान किसी को आवश्यक वस्तुओं की जरूरत होगी तो उसकी भी व्यवस्था सेक्टर मजिस्ट्रेट कराएंगे। बाहर से आने वाले मजदूर व अन्य लोगों को ग्राम पंचायत सचिव व रोजगार सहायक को निर्देश जारी कर उनको १४ दिनों आइसलोशन पर रखने की व्यवस्था सुनिश्ति कराएंगे। प्रतिदिन क्षेत्र में किए गए कार्य की रिपोर्ट से कलेक्टर को अवगत कराएंगे।
छपारा. कोरोनावायरस संक्रमण से सतर्कता को लेकर जहां देशभर में 21 दिन का लाकडाउन है, वहीं जिले में कफ्र्यू लगा दिया गया है। इससे मस्जिद, मंदिर सहित सभी धार्मिक स्थलों पर पहुंचने की पाबंदी है।
जुम्मे के दिन शुक्रवार को मस्जिदों में नमाज अदा नहीं की गई। प्रशासन द्वारा कहा गया कि सामूहिक नमाज पर पाबंदी है। घरों में रहकर नमाज अदा करें। इसके चलते जुम्मे के दिन लोगों ने घरों में नमाज अदा किए। चैत्र नवरात्रि के दौरान मंदिरों में ताला लटका नजर आया, जहां एक भी श्रद्धालु नजर नहीं आए। प्रशासन सभी नागरिकों से कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण से बचने के लिए घरों पर रहें। आवश्यक सामग्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर दिए गए हैं, जिन पर लोग संपर्क कर सकते हैं। मेडिकल और इमरजेंसी सेवाएं हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से जारी रहेंगी।
कफ्र्यू के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग से पैदल गुजरने वाले मजदूर राहगीरों को छपारा के समाजसेवियों ने भोजन कराया। बताया कि कफ्र्यू के चलते ढाबे-होटल और दुकानें बंद हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी बंद हो गए हैं। पलायन कर बाहर गए मजदूर अब अपने घरों की ओर पैदल रूख करने लगे हैं। इसके चलते सैकड़ों किलोमीटर चलकर मजदूर घरों की ओर पहुंच रहे हैं।