युवक-युवतियों में दुपट्टा बनाम नकाब का बढ़ता फैशन समाज के लिए घातक : मातृ शक्ति
सिवनीPublished: Jul 16, 2019 11:59:55 am
अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाने की बात करता है।
सिवनी. महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा और संरक्षण को लेकर मातृशक्ति संगठन युवतियों के साथ युवकों में बढ़ते नकाब स्कार्फ के फैशन पर रोक लगाने की मांग पुलिस से करता है। साथ ही अभिभावकों को भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाने की बात करता है। धूल, धूप, वायु प्रदूषण से बचने युवक युवतियों द्वारा मुंह ढक कर चलना असमान्य बात तो नहीं पर सिवनी जैसे प्रदूषण मुक्त शहर में भी सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक स्कॉर्फ से पूरा मुंह ढक कर चलना युवक युवतियों में फैशन बन गया है। इसकी आड़ में अनैतिक कार्य तो हो ही रहे हैं। साथ ही ये नकाब धारी समाज की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगाते है। इस तरह के नकाबपोश किसी भी बारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार भी हो जाते है और घटना को अंजाम दे कर स्कार्फ को निकाल आम नागरिक की तरह घूम भी सकते है। जिसकी पहचान आसानी से होना मुश्किल होती है।
संगठन इस तरह के बढ़ते फैशन से दूर रहकर स्कार्फ की जगह हेलमेट पहनने की सलाह देता है। इससे चेहरे के बचाव के साथ किसी दुर्घटना के समय जानमाल के नुकसान से बचा भी जा सकता है। तकलीफ तो तब होती है जब स्कूल कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा अपनी यूनिफार्म में भी पूरा मुंह बांधकर नगर की एकांत गलियों में उन्हें मोबाइल पर व्यस्त देखा जाता है। अभिभावकों की जानकारी में तो बच्चे स्कूल कॉलेज जाते है पर ये नजारे अक्सर बाबरिया तालाब, बोरदई टेकरी, नए बाइपास जैसे सुनसान इलाको के साथ नगर की कुछ गलियों में भी देखने मिल रहे है। संगठन द्वारा इन युवक युवतियों को कई बार समझाइश भी देने की कोशिश भी की जाती है। संगठन पुलिस प्रशासन से बात कह रहा है कि स्कार्फा से चेहरा न छुपाने की हिदायत ना मानने पर सख्त कार्रवाई करें। साथ ही अभिभावकों से भी बात कही कि अपने बच्चों की सुरक्षा के मददेनजर इस कार्य में प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें। ताकि दुपटटा बनाम नकाब के बढ़ते फैशन की आड़ में होने वाले अनैतिक कृत्यों के साथ असमाजिक तत्वों पर भी रोक लगाई जा सके।