मंडल संयोजक, डीडीओ, संकुल प्राचार्य इनकी जिम्मेदारी है कि ये लोग नियमित निगरानी करेंगे। क्षेत्र संयोजक, सहायक संचालक और सहायक आयुक्त को भी आश्रम की जांच करनी होती है। इनलोगों ने वहां कितनी बार जांच किया? जांच में क्या देखा? रजिस्टर देखा या नहीं? यदि देखा तो रजिस्टर के अनुसार छात्राओं को मिलान किया गया कि नहीं? यदि किया तो संबंधित छात्रा उनको क्या उपस्थिति मिली। साथ ही यह आश्रम कहीं जिले में एक बानगी मात्र तो नहीं है? कहीं और ऐसे कारनामा तो नहीं हो रहा है? आदि बिंदुओं पर जांच कराए जाने का आश्वासन कलक्टर प्रवीण सिंह ने दिया है।