बैंक खातों में त्रुटि के कारण प्रोत्साहन राशि ना मिलने पर करें आवेदन
रबी सीजन 2016-17 में गेहूं तथा खरीफ वर्ष 2017 में धान उपार्जन कराने वाले कृषकों को मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजनांतर्गत 200 रूपए प्रति क्विंटल की दर से प्रोत्साहन राशि प्रदाय की गई है, परंतु बैंक खातों में त्रुटि के कारण कुछ किसानों के खातों मे प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो पाया है।
ऐसे कृषकों से कहा गया है कि वे अपने बैंक पासबुक, आधारकार्ड व पंजीयन की छायाप्रति के साथ अपने अपने विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में आवेदन करें ताकि प्रोत्साहन राशि का यथा शीघ्र भुगतान किया जा सके।
रबी सीजन 2016-17 में गेहूं तथा खरीफ वर्ष 2017 में धान उपार्जन कराने वाले कृषकों को मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजनांतर्गत 200 रूपए प्रति क्विंटल की दर से प्रोत्साहन राशि प्रदाय की गई है, परंतु बैंक खातों में त्रुटि के कारण कुछ किसानों के खातों मे प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो पाया है।
ऐसे कृषकों से कहा गया है कि वे अपने बैंक पासबुक, आधारकार्ड व पंजीयन की छायाप्रति के साथ अपने अपने विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में आवेदन करें ताकि प्रोत्साहन राशि का यथा शीघ्र भुगतान किया जा सके।
राष्ट्रीय मींस कम मेरिट छात्रवृत्ति की द्वितीय चरण परीक्षा 13 मई को राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (एनटीएसई) के द्वितीय चरण की परीक्षा के लिए मध्यप्रदेश के 276 विद्यार्थी पात्र घोषित किए गए हैं। ये सभी विद्यार्थी अब 13 मई 2018 को द्वितीय चरण की परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा प्रवेश पत्र एनसीईआरटी ने अपने वेब पोर्टल पर उपलब्ध करा दिए हैं। चयनित परीक्षार्थी अपने प्रवेश पत्र इंटरनेट से डाउनलोड कर सकते हैं।
राज्य शिक्षा केंद्र ने जिला शिक्षा अधिकारी और संकुल प्राचार्यो को निर्देशित किया है कि अपने क्षेत्र के चयनित विद्यार्थियों से संपर्क कर द्वितीय चरण की परीक्षा के लिए उनके प्रवेश पत्र उपलब्ध करवाने में सहायता करें। विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र के लिए किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए।
राज्य शिक्षा केंद्र ने जिला शिक्षा अधिकारी और संकुल प्राचार्यो को निर्देशित किया है कि अपने क्षेत्र के चयनित विद्यार्थियों से संपर्क कर द्वितीय चरण की परीक्षा के लिए उनके प्रवेश पत्र उपलब्ध करवाने में सहायता करें। विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र के लिए किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए।