प्रत्येक नागरिक को अपने देश के प्रति रखना चाहिए आदर, सम्मान का भाव
सिवनीPublished: Feb 27, 2020 12:07:15 pm
संविधान के मूलभूत कर्तव्यों की छात्राओं, ग्रामीणों को दी जानकारी
प्रत्येक नागरिक को अपने देश के प्रति रखना चाहिए आदर, सम्मान का भाव
सिवनी. नेताजी सुभाषचंद्र बोस शासकीय कन्या महाविद्यालय में मौलिक कर्तव्य विषय पर विधिक साक्षरता शिविर एवं ग्राम पंचायत दिघौरी में वृद्धजनों के लिए विधिक सहायता शिविर का आयोजन किया गया।
नेताजी महाविद्यालय में बुधवार को आयोजित शिविर में रिसोर्स पर्सन अधिवक्ता रिशाद खान सिवनी द्वारा संविधान के मूलभूत कर्तव्यों के बारे में जानकारी दी गई। जिसमें खान द्वारा सभागृह में उपस्थित समस्त छात्राओं को संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों के अतिरिक्त कर्तव्यों के बारे में विस्तृत जानकारी देते बताया गया कि भारत देश में प्रत्येक नागरिक को अपने देश के प्रति आदर सम्मान का भाव रखना चाहिए एवं देश के भीतर लोक संपत्ति की रक्षा करना चाहिए।
पौधारोपण एवं वन्य प्राणियों की रक्षा कर उनको संरक्षित करना भी एक कर्तव्य है। देश के भीतर शांतिपूर्वक संवैधानिक तरीके से अपनी अधिकारों के प्रति धरना, प्रदर्शन शांतिपूर्वक करने का पूर्ण अधिकार है। इस दौरान वह किसी भी प्रकार की हिंसा, द्वेष छोड़कर अपनी बात को लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इसी क्रम में रिसोर्स पर्सन अधिवक्ता डीआर बाघमारे सिवनी द्वारा छात्राओं को भारतीय संविधान की प्रस्तावना एवं भारतीय संविधान के अनुच्छेद, खण्डों एवं भागों के बारे में जानकारी दी गई। विशेषकर संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों के बारे में भी बताया गया। जिसमें समता, समता का अधिकार, वाक्य अभिव्यक्ति का अधिकार एवं शिक्षा का अधिकार सहित अन्य अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई। जिससे भविष्य में छात्राओं को प्रेरणा मिले कि वह देश के विकास के प्रगति पथ पर चलकर देश की सेवा करें।
रिसोर्स पर्सन अधिवक्ता संतोष डहेरिया द्वारा कहा गया कि संविधान में उल्लेखित कर्तव्यों के निर्वहन संबंधी वक्तव्य दिए गए। शिविर में विवेक पॉलीवाल, अतहर खान पैरालीगल वालेंटियर उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम के अतिरिक्त विगत 24 फरवरी को ग्राम पंचायत दिघौरी में वृद्धजनों के लिए विधिक सहायता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में चंद्रकिशोर बारपेटे अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिवनी द्वारा कहा गया कि नई पीढ़ी को यह बताना है कि वृद्ध हमारे लिए बोझ नहीं हैं, बल्कि जिस सुंदर सी बगिया में आप खिलखिला रहे हो उसको इसी बागवान ने सींचकर इतना मनोरम बनाया है। बच्चों को अपने पैर पर खड़ा करने के लिये उन्होंने जो भी जतन किए उस उधार को सम्मान के साथ चुकाना होगा, ताकि आपके बाद की पीढ़ी भी आपके साथ बेहतर बर्ताव करे। आज के इस दौर में सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को सुविधाएं प्रदान की गई हैं। 60 वर्ष से ऊपर प्रत्येक नागरिक सभी सरकारी सुविधाओं के हकदार हैं। इन्हें रेलवे के किराए में 40 प्रतिशत की छूट तथा सरकारी बसों में कुछ सीटें भी आरक्षित रखी जाती हंै। एयर लाइन्स में 50 प्रतिशत तक की छूट की व्यवस्था रखी गई है। बैकों में भी इन्हें सुविधाएं उपलब्ध हंै।