scriptखेत में सो रहे किसान पर गाज गिरने से मौत | Farmer sleeping on the farm | Patrika News

खेत में सो रहे किसान पर गाज गिरने से मौत

locationसिवनीPublished: Apr 18, 2019 12:13:06 pm

Submitted by:

santosh dubey

आंधी-तूफान, बारिश से जनजीवन प्रभावित, कई घरों के उड़े छप्पर, किसान चिंतित

Storm-storm, rain, death, farmer, season, crop, damage

खेत में सो रहे किसान पर गाज गिरने से मौत

सिवनी. गर्मी के मौसम में जिले भर में पिछले दो दिनों से तेज हवाओं, गरज-चमक के साथ बारिश होने से जहां तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं मंगलवार-बुधवार की मध्य रात्रि से शहर समेत अनेक ग्राम क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। आंधी-तूफान के चलने से कई घरों के छप्पर उड़ गए वहीं किंदरई थाना क्षेत्र निवासी एक ग्रामीण की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हो गई है।
घंसौर तहसील क्षेत्र में रात को हुई बारिश ने काफी नुकसान किया। किंदरई थाना क्षेत्र में रहने वाले एक शख्स की मौत इस बारिश के दौरान गाज गिरने से हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार खुर्सीपार ग्राम का रहने वाला कमल गौंड़ (३५) खेत गया था। जहां रात में बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। सुबह जब परिजन खेत पहुंचे तो वहां कमल सिंह मृत अवस्था में मिला। परिजनों व ग्रामवासियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसी तरह घंसौर के पौंड़ी गांव में ओले गिरने से लोगों के घरों के छप्पर टूट गए। इसके साथ ही खलिहानों में रखी फसल भी भीग गई। पिछले कई दिनों से ही बादलों की आवाजाही होने लगी थी लेकिन देर रात अचानक कुछ जगहों पर बारिश हुई।
मंगलवार-बुधवार की रात्रि से ही मौसम में तेजी से बदलाव हुआ। रात में गरज-चमक के साथ कई जगह बिजली गिरी। वहीं तेज हवाओं के चलने से कई पेड़ों की शाखाएं भी गिर गई। बारिश होने से रवी सीजन की फसल की नुकसानी की आशंका से किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। शहर में बुधवार की सुबह जैसे ही लोगों की आंख खुली तो उन्हें मौसम पूरी तरह बदला नजर आया। 24 घंटे के भीतर ही १.४ मिलीमीटर बारिश दर्ज हो गई। वहीं जिले भर में तेज हवाओं के साथ हो रही बूंदाबांदी व कहीं तेज बारिश के चलते तापमान में काफी गिरावट आने के साथ ही सुबह के समय काफी ठण्डक महसूस की गई। इससे अप्रैल माह में पडऩे वाली भीषण गर्मी से लोगों को काफी हद तक राहत मिली है वहीं खेतों में लगी फसल जो अभी कटी नहीं हैं ऐसे किसानों ने फसल कटाई रोक दी है। खेतों की मिट्टी गीली होने के कारण गेहूं की सूखी फसलों की कटाई के लिए वर्तमान में हार्वेस्टर, ट्रैक्टर के चाक फस रहे हैं। इससे अनेक जगहों की कटाई कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो गया है वहीं मौसम इसी प्रकार का बना रहता है तो किसानों के समक्ष फसल कटाई को लेकर काफी दिक्कतें आएंगी। साथ ही कट चुकी फसलें भी गीली हो रही हैं। लोगों को नहीं मिल सकी। अधिकतम पारा ४१ डिग्री को पार कर गया। जिससे पूरा दिन हवा में ठंडक का अहसास हुआ। पश्चिमी राजस्थान के ऊपर बने कम दबाव से कई इलाकों में बारिश देखने मिली है। यह कम दबाव का क्षेत्र अगले 24 से 48 घंटे अपना असर दिखाएगा। जिले में न्यूनतम पारा १७.४ डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया है। पश्चिमी हवाओं के साथ आए बादलों ने शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। तेज धूप और गर्मी के कारण हवा की नमी बहुत कम हो गई थी। लेकिन बारिश हो जाने से नमी दोबारा से बढ़ गई।
आंधी-तूफान से उड़ी पॉलीथिन
तेज हवाओं के चलने से जिले के कई स्थानों में जोरदार बगरज चमक के साथ बारिश हुई। इस दौरान जिला मुख्यालय के कई इलाकों और ग्रामीण इलाकों की बिजली गुल हो गई थी। जिसके कारण लोग घर के भीतर उमस से परेशान होते रहे। तेज हवाएं चलने के कारण कई लोगों के घरों के ऊपर लगी पानी की टंकियों के ढक्कन, पन्नियां आदि उड़ गई।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो