script36 घंटे तलाश के बाद नर्मदा नदी से निकाले गए पांच शव | Five bodies found out of Narmada river after 36 hours of search | Patrika News

36 घंटे तलाश के बाद नर्मदा नदी से निकाले गए पांच शव

locationसिवनीPublished: Jun 22, 2019 12:28:35 pm

Submitted by:

santosh dubey

बखारी गांव के ग्रामीणों की तरकीब से बाहर निकाले जा सके शव

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36 घंटे तलाश के बाद नर्मदा नदी से निकाले गए पांच शव

 

घंसौर/किंदरई (सिवनी). नर्मदा नदी में नाव पलटने से लापता हुए पांच लोगों के शव शुक्रवार की शाम को तलाश लिए गए हैं। शव बाहर निकलते ही मौके पर मौजूद परिजनों की चीख-पुकार मच गई। गमगीन माहौल को जिसने भी देखा सभी की आंखें नम हो गई।
गुरुवार की सुबह सात बजे 14 लोगों से भरी नाव को जिले के घंसौर विकासखण्ड के ग्राम बखारी स्थित नर्मदा नदी तट से दूसरी ओर मंडला जिले के ग्राम मेहगांव के लिए नाविक लेकर निकला था। नाविक चूरमन बर्मन ने बताया कि नाव में 7-8 लोगों के बैठने की क्षमता थी लेकिन सभी 14 सवार एक साथ नदी पार कर मेहगांव जाने के लिए अड़ गए। नाव जब दूसरे घाट की ओर पहुंचने ही वाली थी कि नाव में बैठे एक व्यक्ति ने पीछे की ओर घूम गया। जिसके बाद नाव में एक तरफ वजन बढ़ा और नाव पलट गई। किसी तरह से नौ लोगों की जान बचाई जा सकी। लेकिन चार महिला व एक सात साल का बच्चा नर्मदा नदी में डूब गए। सभी पांचों लापता लोगों की तलाश के लिए सिवनी, मंडला और जबलपुर जिले से गोताखोर बुलाए गए। गुरुवार और शुक्रवार की दोपहर तक जब प्रशिक्षित गोताखोरों के हाथों कोई सफलता नहीं मिली तब नदी किनारे मौजूद किंदरई थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर व अन्य अधिकारियों ने ग्राम बखारी के ग्रामीणों से ही कहा कि वे अपनी नाव के सहारे और अपने प्रयासों से तलाश करें।
बखारी के ग्रामीणों के प्रयास से निकाले जा सके शव
गोताखोरों की टीम तलाश करते जब थक गई तब ग्राम बखारी के ग्रामवासियों की टीम शव की तलाश के लिए आगे आई। ग्रामीणों ने अपनी छोटी नाव लगभग 10 नाव (किस्ती) को साथ लेकर बेर के कांटों में पत्थर बांधकर और बांस की बनी 20-20 फीट की टाट में कांटा फसंकर और पत्थर बांध कर नदी में नीचे डाले। जहां शाम लगभग पांच बजे एक महिला और बालक का शव फंसा जिसे बाहर निकाला गया। इसके कुछ देर बाद ेएक अन्य महिला का शव बाहर आया और शाम सात बजे तक अन्य दो महिलाओं के भी शव बाहर निकाले जा सके। शव बाहर आते ही अपने की तलाश में नदी में टकटकी लगाकर दो दिनों देख रहे परिजनों की आंखों में आश्रूधारा बह निकले। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
जहां नाव पलटी वहीं से निकले शव
नाव जिस जगह पर पलटी थी। सभी के मृतकों के शव उसी स्थान से बाहर निकले। सबसे पहले धनियाबाई पति कल्लूदास (45) निवासी घोटखेड़ा का शव बाहर निकला इसके बाद सात साल के बालक देवराज पिता नरेश का शव बाहर निकला। इसके बाद अन्य मृतकों में बुद्धोबाई पति महेन्द्र सिंह मरावी (40) निवासी ग्राम घोटखेड़ा थाना टिकरिया मंडला, कलावती पति जयसिंह (35) निवासी ग्राम दगला थाना बीजाडांडी (मंडला), लालती पति नरेश गोंड निवासी (45) निवासी दगला के शव नदी से निकाले गए। मौके पर एसडीओपी श्रद्धा सोनकर, एसडीएम रजनी वर्मा, एसडीएम मंडला मेश्राम, किंदरई थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर, भूरा चंद्रवंशी, थाना टिकरिया के थाना प्रभारी कुशवाहा, सब इंस्पेक्टर पन्द्रे व मंडला, जबलपुर, सिवनी के गोताखोर मौजूद थे।
अधिकारियों व ग्रामवासियों ने बताया कि गोताखोर वोट में बैठकर ऊपर ही ऊपर तलाश रहे थे। छड़ी वाले गल और बाल्टी वाले गल डाल रहे थे। जबकि ग्रामीण 40 फिट के कांटे के टट्टे बनाकर शव को बाहर निकाले। टिकरिया थाना पुलिस ने पंचनामा बनाकर विवेचना में लिया है।

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