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यहां वनकर्मी ने जिस पेड़ को काटने के आरोप में पकड़े गए ग्रामीण को मारा, वह ठूठ नहीं मिला टीम को

locationसिवनीPublished: Jun 30, 2018 11:42:15 am

Submitted by:

akhilesh thakur

मृतक की सुबह से रात तक की पिटाई नहीं दिया खाना, बरघाट परियोजना मंडल के बेहरई क्षेत्र का मामला, डिप्टी रेंजर सहित चौकीदारों पर है रूपचंद की हत्या कर शव जलाने का आरोप

Forest department latest news

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सिवनी. लकड़ी कटाई के लिए पूछताछ किए जाने के आरोप में कौडिय़ा चौकी लाए गए रूपचंद की हत्या और शव जलाने के मामले में आरोपियों ने जिस जगह पेड़ कटाई की बात कही थी, वहां जांच टीम को ठूठ नहीं मिले हैं। रूपचंद को सुबह में पकड़कर लाया गया और उसकी पिटाई की गई, लेकिन उसे खाने-पीने के लिए कुछ नहीं दिया गया। अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी मौत का एक कारण यह हो सकता है। जांच कर रही बरघाट परियोजना मंडल सिवनी की टीम की जांच प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। हालांकि उसको जांच करने के लिए दिया गया समय जरूर पार हो गया है। इसकी पुष्टि बरघाट परियोजना मंडल सिवनी के संभागीय प्रबंधक एचएस मांझी ने की है।
गौरतलब है कि पांच जून को बरघाट परियोजना मंडल के बेहरई परिक्षेत्र स्थित कोडिय़ा चौकी में गंगपुर निवासी रूपचंद को डिप्टी रेंजर संतोष उइके व चौकीदारों ने जंगल में एक पेड़ की कटाई के संबंध में पूछताछ करने के लिए पकड़ कर लाया। उन लोगों ने चौकी में उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद रूपचंद को उन लोगों ने उडऩदस्ता वाले वाहन से सिवनी-बालाघाट की सीमा के जंगल में ले गए और जला दिया। इ सकी जानकारी जब मृतक के परिजनों ने आरोपियों से पूछताछ की और पुलिस को सूचना दिए जाने की बात कही तब खुली। आरोपी डिप्टी रेंजर ने आत्समर्पण कर दिया। चौकीदारों को पुलिस ने पकड़ लिया। इस मामले में आम आदमी पार्टी ने बरघाट एसडीओपी आरएन परतेती पर जांच को प्रभावित करने और अन्य आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है। आप का कहना है कि इस हत्या में डिप्टी रेंजर के अलावा अन्य अधिकारी भी दोषी है, जिसे एसडीओपी परतेती बचा रहे हैं। इस संबंध में एसडीओपी परतेती का कहना है कि यह आरोप झूठा है।
उधर आठ जून को इस मामले की जांच संभागीय प्रबंधक मांझी ने डिप्टी डीएम एसके त्यागी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम को दिया था। जांच एक सप्ताह में करना था। जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का समय १५ जून को पार हो गया। इसके पखवारेभर बाद भी जांच पूरी न हीं हो पाई है। इस संबंध में संभागीय प्रबंधक का कहना है कि जांच की प्रक्रिया जारी है। इसमें विलंब हो रहा है। हालांकि जांच में प्रथम दृष्टया जिस जगह पेड़ काटने की बात कही गई थी, वहां ठूठ नहीं मिले हैं। मृतक को खाना-पानी नहीं दिए जाने का मामला सामने आया है।
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