कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीके बिसेन द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र, सिवनी का निरीक्षण
सिवनी•May 29, 2019 / 11:41 am•
santosh dubey
कृषि विज्ञान से दोस्ती कृषकों के लिए अति उपयोगी : डांॅ. बिसेन
सिवनी. जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डांॅ. पीके बिसेन द्वारा मंगलवार को मोगली की भूमि में स्थित जैविक कृषि उत्पाद की दुकान का उद्घाटन किया गया। जिले की प्रथम वैनगंगा महिला बहुउद्देशीय प्रसंस्करण सहकारी समिति द्वारा संचालित की जा रही है। जैविक कृषि उत्पादन के लिए तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन कृषि विज्ञान केंद्र एवं आत्मा समिति सिवनी द्वारा दिया जा रहा है।
कुलपति डॉ. पीके बिसेन द्वारा उद्घाटन उपरांत विभिन्न जैविक कृषि उत्पाद की जानकारी प्राप्त की। डॉ. बिसेन द्वारा कुलपति बनने के बाद से कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी में प्रथम आगमन हुआ। इस दौरान कुलपति का स्वागत कृषि विज्ञान केंद्र, सिवनी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. शेखर सिंह बघेल द्वारा किया गया। डॉ. बिसेन को कृषि विज्ञान केन्द्र के सभी तकनीकी एवं कर्मचारीयों द्वारा गुलदस्ता, शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट सम्मानित किया गया।
इस दौरान कुलपति डॉ. बिसेन द्वारा महाअनाज किनोवा के उत्पाद एवं कृषक उपयोगी महत्वपूर्ण कृषि साहित्य का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती पूजन एवं विश्वविद्यालय कुलगीत का प्रदर्शन किया गया। स्वागत भाषण एवं कृषि विज्ञान केंद्र में संचालित हो रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी डॉ. शेखरसिंह बघेल, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र, सिवनी द्वारा दी गई साथ ही कुलपति डॉ. बिसेन के पिछले एक वर्षों के उल्लेखनीय कार्यों की वीडियो क्लिप तैयार कर प्रदर्शित किया गया।
कुलपति ने अपने उद्बोधन में कहा की महिला कृषकों का जैविक कृषि उत्पाद के व्यवसाय में समूह में कार्य करना निश्चित ही उत्तम संकेत है। महिलाएं अगर समन्वय के साथ कार्य करेंगी तो निश्चित ही अति उत्कृष्ट लाभ प्राप्त होगा। आज चारों ओर जैविक खेती की बात होती है। ऐसे में महिला द्वारा सहकारी संस्था बनाकर एवं कृषि विज्ञान केंद्र एवं किसान कल्याण तथा कृषि विभाग (आत्मा) के तकनीकी सहयोग से उच्च शिखर प्राप्त करेगी। कुलपति ने बताया की मेरा कृषि विज्ञान केंद्र एवं सिवनी से लगाव है। यहां के कृषकों को पिछले 24 वर्षों से लगातार इस कृषि के ज्ञान के केन्द्र का उत्तम लाभ प्राप्त हो रहा है।
इस अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम का संचालन उद्यान विज्ञान के वैज्ञानिक डॉ. निखिल कुमार सिंह एवं आभार प्रदर्शन वरिष्ठ कीट वैज्ञानिक डांॅ. एपी भण्डारकर द्वारा किया गया।
उक्त कार्यक्रम में 30 महिला कृषक एवं 20 पुरूष कृषक एवं कृषि विभाग के एसएडीओ मोरिस नाथ, आई. डी. मेश्राम (एएससीओ) कृषि विभाग, प्रगतिशील कृषक में अनिल सहारे, अरूण चौरसिया, अयोध्याप्रसाद भोयर, एवं आत्मा समिति के डांॅ. अखिलेश कुल्हाडे, की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के बाद मक्का फसल की प्रमुख समस्या फाल आर्मी वर्म कीट की समस्या व समाधान विषय पर विस्तार से जागरुकता के दृष्टिकोण से पावर पाइंट प्रदर्शन डॉ. एपी भंडारकर द्वारा किया गया। कार्यक्रम उपरांत कुलपति ने कृषि विज्ञान केंद्र, सिवनी परिसर में आम का पौधरोपण किया साथ ही ग्रीष्मकालीन सोयाबीन का प्रजनक बीज उत्पादन प्रक्षेत्र, पशुपालन, केंचुआ खाद उत्पादन, एजोला उत्पादन ईकाई एवं कुक्कुट पालन ईकाई का भ्रमण किया। कुलपति ने कार्यों की प्रशंसा की।
इस मौके पर डॉ. एपी भंडारकर, डॉ. एनके सिंह, डॉ. आरएस ठाकुर, इंजी एसके चौरसिया, जीके राणा, आभा श्रीवास्तव, शिवशंकर मिश्रा, देवी प्रसाद तिवारी, पवन गढेवाल, जयशंकर गौतम, हिमांशु कुमारे, नीत लाहौरी आदि का सहयोग रहा।