सिवनी

खड़े कंटेनर से टकराई गामा, बिहार के तीन मजदूर की मौत, दर्जनभर घायल

बंडोल थाना क्षेत्र अलोनिया टोल नाका पर हादसा, १७ मजदूर महाराष्ट्र जा रहे थे मजदूरी करने

सिवनीSep 02, 2020 / 04:25 pm

akhilesh thakur

खड़े कंटेनर से टकराई गामा, बिहार के तीन मजदूर की मौत, दर्जनभर घायल

सिवनी. राष्ट्रीय राजमार्ग-०७ पर बंडोल थाना क्षेत्र के अलोनिया टोल नाका पर मंगलवार की सुबह करीब ४.३० बजे खड़े कंटेनर से एक गामा कार (क्रूजर) की टक्कर हो गई। इसकी चपेट में आकर गामा में सवार तीन मजदूरों की मौके पर मौत हो गई। करीब दर्जनभर घायल हो गए। सभी घायलों को बंडोल पुलिस की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और हादसे में बचे मजदूरों के साथ उनके गांव भेज दिया हैं।
महाराष्ट्र के अमरावती में चल रहे सिविल कार्य के लिए झारखंड, बिहार और मध्यप्रदेश के रीवा से मजदूरों को लेने निर्माणदायी कंपनी ने गामा कार क्रमांक एमएच १० सीएक्स १२५७ भेजी थी। कार मजदूरों को लेकर आ रही थी। मंगलवार को सुबह करीब ४.३० बजे वह अलोनिया टोल नाका के पास पहुंची तो वहां खड़े एक कंटेनर से टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि आवाज सुनकर बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। सूचना के बाद बंडोल पुलिस भी आनन-फानन में मौके पर पहुंची। पुलिस ने उपस्थित लोगों के सहयोग से घायल मजदूरों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। इस हादसे में बिहार के बांका जिले के कटोरिया थाना क्षेत्र स्थित ग्राम उदालखूट निवासी सरजू दास पिता लोचन दास (45) व तीतू उर्फ मिथलेश दास पिता अर्जुन दास (30) एवं खुलीडमर थाना क्षेत्र निवासी डबलू कुमार दास पिता बासकी दास (23) की मौके पर मौत हो गई।
हादसे में घायल होने वालों में बिहार के बांका जिला निवासी जोगिंदर पिता बासोदास (27), पप्पू पिता गोवर्धन यादव (23), गुड्डू पिता सुखदेव दास (30), खूब लाल पिता गिनोदास (19), खूबलाल पिता बिरजू यादव (35), दीपू पिता उमेश यादव (25)। झारखंड के देवधर निवासी चुनमुन पिता सरजू यादव (35), मध्यप्रदेश के रीवा जिला निवासी उत्तम प्रकाश पिता जियालाल दास (27) सहित अन्य हैं। बंडोल थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर ने बताया कि मृतक व घायलों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। निर्माणदायी कंपनी को भी इससे अवगत करा दिया गया है। कंपनी का मैनेजर सिवनी पहुंच गया है। मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के बाद उनके घर भेज दिया गया है।
आपस में टकराए चार वाहन
उक्त हादसे के अलावा अलोनिया टोल नाका के पास मंगलवार की सुबह चार वाहनों की एक साथ टक्कर हो गई। इसमें कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन वाहनों को नुकसान पहुंचा है।
हादसे की वजह कहीं नाके के पास सडक़ का ढलान और गड्ढे तो नहीं
अलोनिया टोल नाके के पास जबलपुर की ओर से आने वाले वाहनों की स्पीड अधिक होती है। इसके पीछे जबलपुर की ओर से सडक़ की बनावट को कारण बताया जा रहा है। यह सडक़ ढलान पर है और वहां गड्ढे हो गए हैं। गड्ढे को बचाने के प्रयास में वाहन असंतुलित हो जाते हैं। इसकी वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि कंटेनर और कार की टक्कर में यह एक बड़ा कारण हैं। यह स्थिति तब है जब अलोनिया टोल नाके की प्रतिदिन की वसूली लाखों रुपए की हैं। एनएचएआई पैसे वसूलने का ठेका तो दे देती है, लेकिन सुविधाओं के मामले में उसकी चुप्पी समझ के परें हैं। आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि उक्त मार्ग पर लगातार हो रहे हादसे के लिए एनएचएआई के अधिकारियों की जवाबदारी तय करनी चाहिए। हादसे में यदि सडक़ की तकनीकी कमियां सामने आए तो उनके खिलाफ एपआईआर दर्ज कराई जानी चाहिए। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में लगातार हादसे के बाद तकनीकी कमियां सामने आने के बाद भी पुलिस इनके खिलाफ अब तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं कर पाई है, जिसकी वजह से हादसे नहीं रूक रहे हैं।
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