बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे आधा दर्जन गांव
सिवनीPublished: Sep 12, 2019 06:23:51 pm
बरगी बांध के विस्थापित शासन-प्रशासन पर नाराज
बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे आधा दर्जन गांव
सिवनी. तहसील मुख्यालय घंसौर से 23 किलोमीटर दूर नर्मदा तट के आधा दर्जन गांव में ग्रामीण बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे हैं। मकानों के सामने व सड़कों पर पानी भरा है, आने-जाने के लिए नाव का ही सहारा है। ग्राम बीजासेन, कुदवारी, बगदरी, खजरी, नयेगांव क्षेत्र पर विगत एक सप्ताह से हो रही मूसलधार बारिश पर इन सभी गांव पर आवागमन पर भारी समस्या हो रही है।
यह हालात बरगी बांध विस्थापित गांव बीजासेन जो सिवनी जिले में आता है, यहां के हैं। बरगी परियोजना में अपना सब कुछ खोने के बाद भी आज विस्थापन का दंश झेलना पड़ रहा है। बरगी जलाशय के आस-पास पहाडिय़ों और वनभूमि में बसने को मजबूर हंै।
आज दिनांक तक नहीं हुआ पुनर्वास –
पुनर्वास की मांग को लेकर विस्थापित कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन आज तक समस्या का हल नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि यहां ना पढऩे के लिए स्कूल है, न चिकित्सा के कोई साधन उपलब्ध है। अगर हाइस्कूल की शिक्षा लेना हो, शासकीय उचित मूल्य की दुकान जाना हो तो 7 किलोमीटर पानी से रास्ता तय करना पड़ता है। ग्रामीण कहते हैं बरगी परियोजना ने हमारा सब कुछ छीन लिया। हमें राजा से रंक बना दिया गया। यह कैसा विकास है। जबलपुर में विशेष विधानसभा सत्र के दौरान बरगी नगर में नर्मदा घाटी विकास मंत्री से ज्ञापन के माध्यम से विस्थापितों की समस्या से अवगत कराया था। केवल आश्वासन ही दिया गया। अब तक कोई सार्थक समाधान नहीं मिलने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है।