सिवनीPublished: May 01, 2018 11:56:33 am
santosh dubey
घंटों इंतजार के बाद भी नहीं हो रहा उपचार
सिवनी. जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण जिला अस्पताल की ओपीडी कई बार सूनी पड़ी रहती है। सीएम हेल्पलाइन व कलेक्टर को की गई शिकायत के बाद कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने हाल ही में सुबह आठ बजे ओपीडी में समय पर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी के नहीं पहुंचने पर सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी कुछ लापरवाह डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी समय पर नहीं पहुंच रहे हैं।
यहां सुबह आठ बजे चतुर्थ श्रेणी कर्मी ओपीडी का दरवाजा तो खोल देते हैं और उपचार कराने वाले मरीज कतार में खड़े हो जाते हैं लेकिन सुबह आठ से लेकर 10 बजे तक ओपीडी में सिर्फ सीनियर नर्सें या फिर एक-दो जूनियर डॉक्टर ही अपनी टेबिल पर बैठे नजर आते हैं। सोमवार को सुबह लगभग 10.15 बजे तक ओपीडी का नजारा कुछ ऐसा ही नजर आया जहां कतार में मरीज तो बड़ी संख्या में नजर आए लेकिन उनका उपचार करने वाले अधिकांश डॉक्टरों की कुर्सियां खाली नजर आईं।
सोमवार को सुबह आठ से 10 बजे तक एक भी डॉक्टर अपनी टेबिल पर मौजूद नहीं थे। मरीजों की जांच ओपीडी में बैठी सीनियर नर्सें करती नजर आईं। यह नजारा सुबह 10.15 बजे तक ऐसा ही बना रहा। फोटो खींचने के बाद फोटो में 30 अप्रैल की तिथि के साथ सुबह का समय भी अंकित हो गया। जो जिला अस्पताल की सच्चाई को बयां करने के लिए काफी था।
बीमारों की संख्या भी बढ़ी
गर्मी के इस मौसम में जहां लोग धूप में सफर कर रहे हैं और शादी-विवाह के कार्यक्रम में व्यस्त हैं। जिसके चलते लोगों का खान-पान भी बेसमय और अधिक तेल आदि के कारण स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। जिसके चलते उल्टी-दस्त, सिर दर्द, बुखार आदि बीमारी के मरीज बड़ी संख्या में उपचार कराने जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। यहां मरीजों की भीड़ सुबह से ही लग जाती है। ऐसे में ओपीडी की सभी टेबिलों पर डॉक्टरों के नहीं रहने पर मरीजों को जांच व उपचार कराने के लिए अपनी बारी का इंतजार करने में घंटो समय बाहर खड़े व्यतीत करने मजबूर होना पड़ रहा है। गर्मी, लू आदि के चलते ओपीडी में प्रतिदिन आठ सौ से ज्यादा मरीजों की पर्ची बन रही है। वहीं पुराने मरीज भी जांच करने पहुंच रहे हैं।
कलेक्टर के आदेश की नाफरमानी
हाल ही में कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने कहा कि मरीजों के उपचार में लापरवाही बरते जाने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। ऐसे में कभी भी औचक निरीक्षण किया जा सकता है और जो भी इस दिन निर्धारित समय पर ड्यूटी में नहीं पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उक्त आदेश के बाद भी कुछ डॉक्टर अपनी मनमर्जी से ही अस्पताल पहुंच रहे हैं।
इनका कहना है
बौद्ध पूर्णिमा की छुट्टी थी तथा कुछ डॉक्टर पर अवकाश पर हैं। वहीं कुछ डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई थी।
डॉ. आरके श्रीवास्तव, सिविल सर्जन
जिला अस्पताल, सिवनी