नगर पालिका
नगर पालिका कार्यालय से शहरी क्षेत्र के आमजनों का सीधा संपर्क है। सड़क, सफाई, पानी जैसी जरूरतों और समस्याओं के लिए नागरिक यहां पहुंचते हैं। ऐसे में कर्मचारियों का समय पर पहुंचना जरूरी है, लेकिन बुधवार को ऐसा नजारा नपा कार्यालय में नहीं दिखा। कार्यालय में ज्यादातर कुर्सियां खाली थीं। कुछ कक्ष में पंखा व लाइट चालू थे, लेकिन कर्मचारी नहीं पहुंचे थे। नपा सीएमओ भी कार्यालय में नजर नहीं आए। वहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि सभी एक-एक कर आएंगे।
मत्स्योद्योग उपसंचालक कार्यालय
कलेक्ट्रेट कार्यालय के निकट उपसंचालक मत्स्योद्योग कार्यालय में उपसंचालक और कर्मचारियों की अधिकांश कुर्सियां खाली नजर आईं। वहां मौजूद कर्मचारी ने बताया कि अभी साहब और कर्मचारी आते ही होंगे।
बाल विकास परियोजना कार्यालय
शहर में बस स्टैण्ड के समीप महिला बाल विकास विभाग के शहरी एवं ग्रामीण परियोजना क्रमांक दो का कार्यालय स्थित है। यहां 11.20 बजे तक न तो परियोजना अधिकारी पहुंचे थे और न ही पूरे कर्मचारी। कई कक्षों में ताला लटका नजर आया। मौजूद भृत्य ने बताया कि अधिकारी अब तक नहीं आए हैं। कब तक आएंगे कुछ मालूम नहीं हैं।
किसान कल्याण एवं कृषि विभाग
कृषि विभाग कार्यालय में संचालक सुबह ११.२८ बजे तक नहीं पहुंचे थे। कार्यालय के कुछ टेबल खाली थे। अन्य पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि कुछ कर्मचारियों की तैनाती नहीं है, जो हैं वे सभी लोग कार्यालय आते हैं। स्थापना शाखा की प्रभारी ने बताया कि सारे कर्मचारी आ रहे हैं, अभी जो नहीं आए हैं, वे कार्यालय पहुंच जाएंगे।
आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त एसएस मरकाम कार्यालय में मिले। उनसे मिलने के लिए बाहर कुछ लोग इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि कार्यालय में सभी कर्मचारी आ रहे हैं।
डीइओ कार्यालय में डीइओ कक्ष खुला था, लेकिन वे नहीं थे। अन्य कार्यालय में कर्मचारी नजर आए, जो अपने-अपने कार्यों में मशगुल दिखाई दिए। सहायक संचालक का कक्ष खुला था, लेकिन वे कक्ष में नहीं थे। उनका पंखा और लाइट जल रहा था।
जनपद पंचायत सीइओ कार्यालय में सीइओ के कक्ष में कुंडी लगी थी। कार्यालय की अधिकांश कुर्सियां खाली थी। कार्यालय में मिली एक महिला ब्लॉक समन्वयक ने बताया कि सीइओ नहीं आए हैं। क्यों नहीं आए और कब तक आएंगे? किसी को नहीं मालूम है।
तहसीलदार कार्यालय के बाहर नोटिस मिलने के बाद दर्जनभर से अधिक महिलाएं पेशी पर पहुंची थी, लेकिन तहसीलदार के नहीं होने से उनको बाहर इंतजार करना पड़ा। तहसीलदार की कुर्सी खाली थी। वहां मिले कर्मचारी ने बताया कि तहसीलदार एसडीएम के यहां चल रही मीटिंग में शामिल होने गए हैं।