कहीं महकमे की लापरवाही से तो नहीं गई बाघिन की जान
सिवनी. बरघाट परियोजना मंडल के दामीझोला बीट कुप क्रमांक 493 में बाघिन के होने की सूचना वन परिक्षेत्र अधिकारी सहित आला अधिकारियों को पहले से थी। जब बाघ ने गाय का शिकार किया तो इसकी भी जानकारी उक्त सभी को थी। बाघ व बाघिन शिकार करने के बाद अपनी भूख मिटाने के लिए संबंधित को खाने के लिए जब तक उसके अंग के अवेशष रहते हैं आते हैं। यह स्थिति करीब सप्ताहभर तक चलती है। इस दौरान शिकार किए गए वन्यप्राणी या मवेशी के अंग के अवशेष में कोई विषाक्त न मिला दें। इसकी निगरानी संबंधित महकमे की टीम करती है। साथ ही उक्त क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाती है। लेकिन इस घटना के बाद प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि संबंधित महकमे ने लापरवाही बरती है, जिसकी वजह से बाघिन की मौत हुई है। यदि संबंधित क्षेत्र में गश्त किया जाता या ड्यूटी पर कर्मचारी तैनात रहता तो कोई व्यक्ति विषाक्त मिलाने की दुस्साहस नहीं कर सकता है। क्योंकि पकड़े गए सभी आरोपियों का ग्राम घटनास्थल से करीब १० किलोमीटर दूर है। ऐसे में उन लोगों ने विषाक्त मिलाने के पूर्व एक बार संबंधित क्षेत्र में महकमे की ड्यूटी व गश्त का अवलोकन जरुर किया होगा।
सिवनी. बरघाट परियोजना मंडल के दामीझोला बीट कुप क्रमांक 493 में बाघिन के होने की सूचना वन परिक्षेत्र अधिकारी सहित आला अधिकारियों को पहले से थी। जब बाघ ने गाय का शिकार किया तो इसकी भी जानकारी उक्त सभी को थी। बाघ व बाघिन शिकार करने के बाद अपनी भूख मिटाने के लिए संबंधित को खाने के लिए जब तक उसके अंग के अवेशष रहते हैं आते हैं। यह स्थिति करीब सप्ताहभर तक चलती है। इस दौरान शिकार किए गए वन्यप्राणी या मवेशी के अंग के अवशेष में कोई विषाक्त न मिला दें। इसकी निगरानी संबंधित महकमे की टीम करती है। साथ ही उक्त क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाती है। लेकिन इस घटना के बाद प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि संबंधित महकमे ने लापरवाही बरती है, जिसकी वजह से बाघिन की मौत हुई है। यदि संबंधित क्षेत्र में गश्त किया जाता या ड्यूटी पर कर्मचारी तैनात रहता तो कोई व्यक्ति विषाक्त मिलाने की दुस्साहस नहीं कर सकता है। क्योंकि पकड़े गए सभी आरोपियों का ग्राम घटनास्थल से करीब १० किलोमीटर दूर है। ऐसे में उन लोगों ने विषाक्त मिलाने के पूर्व एक बार संबंधित क्षेत्र में महकमे की ड्यूटी व गश्त का अवलोकन जरुर किया होगा।
तस्करों से आरोपियों के संबंध तो नहीं
बाघिन के शिकार के साथ ही यह साफ हो गया है कि उक्त क्षेत्र में शिकारी और तस्कर की गतिविधियां बनी हुई है। अब यह जांच का विषय है कि पकड़े गए आरोपियों का संबंध किसी तस्कर से तो नहीं है।
बाघिन के शिकार के साथ ही यह साफ हो गया है कि उक्त क्षेत्र में शिकारी और तस्कर की गतिविधियां बनी हुई है। अब यह जांच का विषय है कि पकड़े गए आरोपियों का संबंध किसी तस्कर से तो नहीं है।