कोरोनाकाल में बढ़ी महंगाई ने बिगाड़ा लोगों के घर का बजट
सिवनीPublished: May 20, 2021 08:35:35 pm
महंगी मिल रही किराना सामग्री
बंद शोरूम में खरीदारी करते 25 गिरफ्तार
सिवनी. रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल के दाम तो लगातार बढ़ ही रहे हैं, इससे आमजनों पर अतिरिक्त भार पड़ ही रहा था। अब कोरोनाकाल में महामारी को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए कोरोना कफ्र्यू ने लोगों के घरों का बजट बुरी तरह बिगाड़ दिया है। इस दौरान महंगाई २०-३० फीसदी तक बढ़ गई है। किराना सामग्री के अलावा सब्जी और फलों के दामों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना कफ्र्यू के कारण आपूर्ति प्रभावित हो रही है। इसलिए दाम बढ़ रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा असर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों पर पड़ रहा है। कोरोना कफ्र्यू के चलते कामकाज पहले ही ठप है, उस पर अब महंगाई ने इनकी दुश्वारियों को और बढ़ा दिया है। आम उपभोक्ता कोरोना कफ्र्यू और किल्लत के बहाने कालाबाजारी करने का आरोप भी लगा रहे हैं। यूं तो प्रशासन ने जरूरी सामग्री के दाम निर्धारित किए हैं, फिर भी लोग अधिक दाम देकर जरूरत की चीजें खरीदने को विवश हैं।
सब्जियों के दाम से राहत
कोरोना कफ्र्यू से पहले टमाटर 10 रुपये किलो बिक रहा है, क्योंकि इन दिनों हो रही बारिश से मौसम में नमी आ गई है इसका असर टमाटर के दाम पर पड़ रहा है। मौसम का तेवर देखकर टमाटर का भाव घट और बढ़ रहा है। इसके अलावा गवारफली ३0 रुपये किलो, गोभी २0 रुपये किलो, लौकी २0 रुपए, बैंगन २0 रुपए, कद्दू 30 रुपये किलो, करेला 40 रुपए किलो में बिक रहा है। कमोबेश हर सब्जी के दाम लोगों को महंगाई के इस दौर में राहत दे रहे हैं।
तेल की कीमत छू रही आसमान
वर्तमान में तेल 150 से 160 रुपए प्रति किलो में बिक रहा है। यानी तेल की कीमतों में सीधे 20 से 25 रुपए की वृद्घि हुई है। इससे रसोई का खर्च बढ़ गया है, इसके अलावा भी किराना सामान में कई सामग्रियों के दाम में बढ़ोतरी हो गई है। कालाबाजारी की मार भी लोगों पर पड़ रही है। ऐसा नहीं कि सभी व्यापारी आपदा को अवसर समझने की गलती कर रहे हैं। कई व्यापारी ऐसे भी हैं जो व्यापार के साथ सेवा भाव भी दिखा रहे हैं। ये सभी सामान वाजिब दाम पर ही उपलब्ध करा रहे हैं। घर पहुंच सेवा का ही अलग से चार्ज कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आपदा के बाद कई ग्राहक ऐसे व्यापारी से ही लेनदेन रख सकते हैं, जो अभी उन्हें वाजिब दाम पर समान दे रहे हैं।