जुलाई माह, ड्राइंग गलत या जीएसटी का लोचा
जुलाई माह में सिवनी प्लेटफार्म का काम कर रही निर्माणदायी कम्पनी ने ड्राइंग की वजह से काम रोकने की बात की तो रेलवे महकमा ने जीएसटी की वजह से ठेकेदारों द्वारा काम बंद किए जाने की बात बताई। महकमे को जब ड्राइंग की बात बताई गई तो उन्होंने यह स्वीकार किया कि ड्राइंग में समस्या थी। बताया कि उसका समाधान करा दिया गया है। लेकिन इससे साबित नहीं हो पाया कि काम बंद होने के पीछे ड्राइंग गलत है या जीएसटी का लोचा। निर्माणदायी कम्पनी की बात सच है या रेलवे महकमे की। जुलाई से नवम्बर माह का समय इसी में बीता है।
जुलाई माह में सिवनी प्लेटफार्म का काम कर रही निर्माणदायी कम्पनी ने ड्राइंग की वजह से काम रोकने की बात की तो रेलवे महकमा ने जीएसटी की वजह से ठेकेदारों द्वारा काम बंद किए जाने की बात बताई। महकमे को जब ड्राइंग की बात बताई गई तो उन्होंने यह स्वीकार किया कि ड्राइंग में समस्या थी। बताया कि उसका समाधान करा दिया गया है। लेकिन इससे साबित नहीं हो पाया कि काम बंद होने के पीछे ड्राइंग गलत है या जीएसटी का लोचा। निर्माणदायी कम्पनी की बात सच है या रेलवे महकमे की। जुलाई से नवम्बर माह का समय इसी में बीता है।
नवम्बर में घंसौर को बड़ी ट्रेन की सौगात
जिले के घंसौर क्षेत्र के लोगों के लिए नवम्बर माह में रेलवे की बड़ी सौगात मिली। इस माह नैनपुर से घंसौर होकर जबलपुर तक के लिए पहली ट्रेन २८ नवम्बर को पहुंची। इस ट्रेन को नैनपुर में रेलमंत्री ने हरी झंडी दिखाई। इसी माह ३० को रेलवे संघर्ष समिति ने सिवनी प्लेटफार्म पर प्रदर्र्शन किया। छिंदवाड़ा से आरपीएफ निरीक्षक, जीआरपी निरीक्षक, नैनपुर के आरपीएफ उप निरीक्षक, गेज कनवर्जन विभाग के सहायक कार्यपालन यंत्री प्रदीप शर्मा, सीआई अजीत कुमार सहित दर्जनों अधिकारी-कर्र्मचारी पहुंचे। संघर्ष समिति के खुमान सिंह ने कार्यों की धीमी गति सहित विभिन्न मामलों में रेलवे अधिकारियों को घेरा। इसके बाद रेलवे मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस माह जीएम बिलासपुर भी सिवनी से होकर दो बार गुजरे। केवलारी में काम का निरीक्षण किया। इसी माह रेलवे को पेड़ काटने की अनुमति मिली।
जिले के घंसौर क्षेत्र के लोगों के लिए नवम्बर माह में रेलवे की बड़ी सौगात मिली। इस माह नैनपुर से घंसौर होकर जबलपुर तक के लिए पहली ट्रेन २८ नवम्बर को पहुंची। इस ट्रेन को नैनपुर में रेलमंत्री ने हरी झंडी दिखाई। इसी माह ३० को रेलवे संघर्ष समिति ने सिवनी प्लेटफार्म पर प्रदर्र्शन किया। छिंदवाड़ा से आरपीएफ निरीक्षक, जीआरपी निरीक्षक, नैनपुर के आरपीएफ उप निरीक्षक, गेज कनवर्जन विभाग के सहायक कार्यपालन यंत्री प्रदीप शर्मा, सीआई अजीत कुमार सहित दर्जनों अधिकारी-कर्र्मचारी पहुंचे। संघर्ष समिति के खुमान सिंह ने कार्यों की धीमी गति सहित विभिन्न मामलों में रेलवे अधिकारियों को घेरा। इसके बाद रेलवे मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस माह जीएम बिलासपुर भी सिवनी से होकर दो बार गुजरे। केवलारी में काम का निरीक्षण किया। इसी माह रेलवे को पेड़ काटने की अनुमति मिली।
दिसम्बर में विजिलेंस आई कार्यों की जांच करने
गेज कनवर्जन के कार्य की गति ही धीमे नहीं रहे, बल्कि इस साल विजिलेंस भी निर्र्माण कार्यों की जांच करने आई हैं। विजेंलस को यहां के कार्यों में कमी मिली या नहीं इसकी जानकारी तो नहीं हो सकी, लेकिन विजिलेेंस दिसम्बर माह में करीब सप्ताहभर तक यहां जमी रही। इस दौरान छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट तक के विभिन्न कार्यों की गहन पड़ताल की और रिपोर्ट तैयार कर लेकर गई।
गेज कनवर्जन के कार्य की गति ही धीमे नहीं रहे, बल्कि इस साल विजिलेंस भी निर्र्माण कार्यों की जांच करने आई हैं। विजेंलस को यहां के कार्यों में कमी मिली या नहीं इसकी जानकारी तो नहीं हो सकी, लेकिन विजिलेेंस दिसम्बर माह में करीब सप्ताहभर तक यहां जमी रही। इस दौरान छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ट तक के विभिन्न कार्यों की गहन पड़ताल की और रिपोर्ट तैयार कर लेकर गई।
जून में सीई, दिसम्बर में डिप्टी सीई का स्थानांतरण
यह साल गेज कनवर्जन विभाग के आलाधिकारियों के स्थानांतरण को लेकर भी याद किया जाएगा। जून माह में मुख्य अभियंता एके पांडेय का स्थानांतरण बिलासपुर हुआ, लेकिन किसी कारणवश रूक गया। दिसम्बर माह में डिप्टी सीई अक्षय कुमार का स्थानांतरण नागपुर हो गया है। हालांकि अभी डिप्टी सीई कुमार छिंदवाड़ा में ही हैं।
यह साल गेज कनवर्जन विभाग के आलाधिकारियों के स्थानांतरण को लेकर भी याद किया जाएगा। जून माह में मुख्य अभियंता एके पांडेय का स्थानांतरण बिलासपुर हुआ, लेकिन किसी कारणवश रूक गया। दिसम्बर माह में डिप्टी सीई अक्षय कुमार का स्थानांतरण नागपुर हो गया है। हालांकि अभी डिप्टी सीई कुमार छिंदवाड़ा में ही हैं।