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बड़ी ट्रेन की सौगात के विलम्ब में कहीं अधिकारियों का इगो तो नहीं बन रहा रोड़ा

locationसिवनीPublished: Apr 24, 2018 11:48:21 am

Submitted by:

akhilesh thakur

अतिक्रमण, वन भूमि, बिजली शिफ्टिंग, राजस्व भूमि अधिग्रहण के अडग़े से कार्य प्रभावित, रेलवे अधिकारियों के दौरे से भी नहीं आ रही कार्यों में तेजी

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सिवनी. जिलेवासियों को ब्राडगेज ट्रेन में सफर करने की सौगात कब मिलेगी। इस बारे में कोई जिम्मेदार कुछ बोलने को तैयार नहीं है। रेलवे के आलाधिकारी दौरा कर रहे हैं। रेलवे के निर्माणधीन काम की प्रगति संतोषजनक नहीं है। रेलवे अधिकारियों को स्थानीय अफसरों का सहयोग नहीं मिल रहा है। नतीजा वन विभाग, बिजली कम्पनी के साथ राजस्व विभाग से जुड़े कार्र्य लंबित चल रहे हैं। इसका बहाना बनाकर रेलवे के आलाधिकारी बच रहे हैं।
सिवनी में नैरोगेज ट्रेन के बंद हुए करीब दो साल से अधिक हो गए, लेकिन धरातल पर चल रहे काम को देखकर इतना समय और लगने के बाद भी सिवनी में ट्रेन आएगी यह कह पाना मुश्किल है। रेलवे अधिकारी ट्रेन संचालन को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, लेकिन चल रहे निर्माण कार्य और भूमि अधिग्रहण में अडग़े कुछ और ही जमीनी हकीकत बयां कर रहे हैं।
जबलपुर से नैनपुर रेलमार्ग पर बड़ी ट्रेन चलनी शुरू हो गर्ई है। इस रेलमार्ग पर जिले के शिकारा-घंसौर-बिनैकी के लोगों को रेल से यात्रा करने का असवर मिलने लगा है। छिंदवाड़ा से सिवनी होकर नैनपुर-मंडला फोर्ट तक रेल लाईन अधर में हैं। इस रेल लाइन के कई भाग को अलग-अलग समय में शुरू करने की रेलवे ने योजना बनाई है। इस रेलमार्ग पर टे्रन संचालन का समय वर्ष २०१९ तय है। लेकिन अतिक्रमण, अधिग्रहण और वनभूमि के कारण पेंच अटकना शुरू हो गया है। खास है कि यह स्थिति आज से नहीं बल्कि लंबे समय से हैं। बीच-बीच में कुछ समय के लिए लगता है कि सबकुछ ठीक हुआ, लेकिन चंद दिनों बाद समस्या शुरू होने लगती है। सबसे अधिक समस्या सिवनी जिले में आ रही है। यहां के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग विभागों से रेलवे को अनुमति की दरकार है। अब तक अनुमति नहीं मिलने या लगातार लग रहे अडग़े के पीछे दोनों तरफ के अधिकारियों का इगो है या कोई और मामला यह तो अच्छी तरह से वहीं बता पाएंगे, लेकिन इससे दोनों तरफ के अधिकारियों का नहीं बल्कि सिवनी के लोगों का नुकसान हो रहा है। ऐसे में यहां के जनप्रतिनिधियों और आम जनमासन को आगे आना होगा।
डिटी सीई व ईई ने किया दौरा
छिंदवाड़ा ब्राडगेज कार्यालय से सोमवार को उप मुख्य अभियंता (डिप्टी सीई) एमआई लावनकर व कार्यपालन अभियंता (र्ईई) एसके मिश्रा ने स्थानीय रेलवे स्टेशन पर चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। कटंगी रेलवे क्रासिंग आदि का भी जायजा लिया। वे कलेक्टर से मिलने कार्यालय गए, लेकिन वहां किसी से मुलाकात नहीं हुई। इस दौरान वे बिजली कम्पनी और वन विभाग के अधिकारियों से भी मिलने की बात कर रहे थे।
निर्माणदायी कम्पनियां भी हैं विवादों में
रेलवे का कार्य कर रही कम्पनियां भी विवादों में रही है। इंदावाड़ी में रेलवे का काम कर रही कम्पनी मिट्टी व मुरम खुदाई को लेकर विवादों में आई। कान्हीवाड़ा पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए वाहन जब्त किए थे। कम्पनी ने वहां पर मिट्टी की अनुमति लेकर मुरम की खुदाई की थी। इसकी पुष्टि खनिज विभाग के सहायक अधिकारी ने की थी। करीब सात लाख रुपए से अधिक के राजस्व की क्षति का मामला सामने आया था। इस मामले में राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आई हैं।
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