निरीक्षण पर ध्यान, जुरतरा के पीडि़त बच्चों को भी देख आते साहब
सिवनीPublished: Feb 10, 2019 11:48:09 am
जुरतरा में गणतंत्र दिवस की सुबह हुआ था हादसा
शिक्षकों की परीक्षा और परिणाम के बाद पदस्थापना का इंतजार
सिवनी. गणतंत्र दिवस की सुबह एक सरकारी स्कूल में शिक्षक की लापरवाही से घटी घटना से एक बच्ची की मौत हो गई और सात बच्चियां झुलस गई थीं, उस घटना को लेकर शासन-प्रशासन मदद में जुट गया था। घटना के दिन मंत्री, विधायक, कलक्टर, डीईओ, डीपीसी, बीआरसीसी और दूसरे अधिकारी बच्चों की फिक्र में जुट गए थे। जबकि आरोपी शिक्षक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इस घटना के दो सप्ताह बाद भी दो बच्चों का उपचार नागपुर में हो रहा है। जुरतरा में फिर से स्कूल खुल गया है, नए शिक्षक पढ़ाने पहुंच रहे हैं, लेकिन इस दौरान एक बार भी डीईओ एसपी लाल या डीपीसी जीएस बघेल ने मौके पर पहुंचना जरूरी नहीं समझा।
डीईओ ने दिया ऐसा जवाब –
डीईओ एसपी लाल से जब पूछा गया कि क्या वे जुरतरा स्कूल घटना के बाद मौके पर पहुंचे थे। तो उन्होंने कहा कि स्कूल खुलने के बाद हम वहां नहीं पहुंच पाए हैं, हमने बीआरसी और बीएसी को भेजा था, उनसे रिपोर्ट लेते रहते हैं। अमला इसीलिए ही तो मिला है। हम हर जगह नहीं जाते, जहां इनके बस की बात नहीं होता है, हम जाते हैं। प्रायमरी, मिडिल के लिए यही बड़े साहब हैं। अब उन बच्चों की सामान्य स्थिति है।
लेते रहते हैं रिपोर्टिंग –
डीपीसी जीएस बघेल से भी जब यह पूछा गया कि उन्होंने जुरतरा की घटना के बाद नए स्टॉफ के पहुंचने या स्कूल खुलने की मौके पर पहुंचकर कोई जानकारी ली है, तो उन्होंने कहा कि बीआरसी, बीएसी, जनशिक्षक के माध्यम से रिपोर्टिंग लेते रहते हैं। पता चला है कि अब वहां स्थिति सामान्य है। वहीं डीपीसी ने यह भी बताया कि अब भी दो बच्चे नागपुर में उपचार करा रहे हैं।