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मोदी जी के पीएम होते हुए भी इन 3 श्रमिकों के साथ सऊदी अरब में हो रहा जानवरों जैसा सलूक, जानिए वजह

locationसिवनीPublished: Jul 06, 2017 01:39:00 pm

Submitted by:

vishwanath saini

सऊदी अरब में फंसे ये तीनों श्रमिक राजस्थान के झुंझुनूं के गांव दुर्जनपुरा और दौलतपुरा के रहने वाले हैं। तीनों श्रमिक सालभर पहले ही कमाने के लिए सऊदी अरब गए थे। वहां इनको ना वेतन मिल रहा ना वतन वापसी संभव हो पा रही है।

Jhunjhunu workers trapped in saudi arab

jhunjhunu

तीन कामगार…। तीनों की एक जैसी पीड़ा और ख्वाहिश भी एक ही। पीड़ा ये कि सऊदी अरब में आकर फंस गए। ख्वाहिश बस इतनी सी कि जैसे-तैसे सकुशल वतन वापसी हो जाए, क्योंकि यहां पर ना वेतन मिल रहा ना ही खूब मेहतन करने के बावजूद सुकून।
दो कामगार गांव दुर्जनपुरा और एक गांव दौलतपुरा का रहने वाला है। हालांकि तीनों घर वालों से मोबाइल के जरिए सम्पर्क तो कर पा रहे हैं, मगर इनकी दास्तां सुन परिजन भी आंसू नहीं रोक पा रहे।
ये पिछले साल सात जुलाई को कमाने सऊदी अरब गए थे।
शुरुआत में दो माह तक वेतन मिला। इसके बाद ठेकेदार इनके साथ बंधकों जैसा व्यवहार करने लगा। तीनों अपने परिजनों से फोन पर सकुशल वतन वापसी के प्रयास करने की गुहार लगा रहे हैं।
गिरधारी लाल, दौलतुपरा

बेटे कुलदीप ने बताया कि पिता अस्सी हजार रुपए खर्च करके सालभर पहले कमाने सऊदी अरब गए थे। शुरुआत के दो माह तक वेतन मिला। फिर परेशानी शुरू हो गई। दस माह हो गए वेतन मिले। सिर्फ उतना ही पैसा मिल रहा है, जिससे खाना खाया जा सके। बुधवार को ही पिताजी ने फोन पर अपनी पीड़ा बयां की थी।

विजेन्द्र, दुर्जनपुरा

विजेन्द्र का जिक्र आते ही मां सुमन का गला रूंध गया। सुमन ने बताया कि बेटे का फोन आता है कि तो वह अपनी सकुशल वापसी के प्रयास करने के लिए कहता है। वहां पर उससे रात बारह बजे से दूसरे दिन दोपहर 12 बजे काम करवाया जा रहा है। वेतन दिया नहीं जा रहा। वहां पर बेटा किसी जेल के बंदी के समान जिंदगी काट रहा है।

चंदगीराम, दुर्जनपुरा

पत्नी सुनीता के पास 26 जून को अंतिम बार चंदगीराम का फोन आया था। तब उसने बताया कि वह सऊदी अरब आकर फंस गया। उसके साथ जानवरों से भी बदत्तर सलूक किया जा रहा है। महीनेभर पहले चंदगीराम की मां परमादेवी का निधन हो गया। उसे सूचना दी गई और मां के दाह संस्कार में शामिल होने के लिए चंदगीराम का एक रात व एक दिन तक इंतजार किया गया, मगर वह नहीं आ सका।
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