गौरतलब है कि ग्राम पंचायत पीपरवानी के सरपंच व पूर्व तथा वर्तमान में तैनात कई सचिव और रोजगार सहायक पर गड़बड़ी के आरोप है। इस मामले की शिकायत लंबे समय से कलेक्टर, जिला पंचायत सीइओ, जनपद पंचायत कुरई व सीएम हेल्पलाइन में लंबित है। कलेक्टर व जिला पंचायत सीइओ के निर्देश में पूर्व में भी उक्त गांव में हुए गड़बड़ी की जांच की गई, लेकिन संबंधित पर आरोप सिद्ध होने के बाद भी कोइ कार्रवाई नहीं हुई।
इसको लेकर ग्राम निवासी गौतम मिश्रा, मुरारी, सुनील आदि ने कलेक्टर व जिला पंचायत सीइओ के यहां विगत माह सभी दस्तावेजों के साथ शिकायत किया। शिकायत के बाद सीइओ जिला पंचायत ने शिकायतकर्ताओं को कार्यालय में बुलाया और पूरे मामले से अवगत होने के बाद जनदप पंचायत कुरई को जांच का निर्देश दिया। निर्देश मिलने के बाद पंचायत निरीक्षक के नेतृत्व में चार सदस्यी टीम ने 24 व 25 फरवरी को ग्राम में पहुंचकर जांच किया। जांच के दौराप आरोपी पक्ष की ओर से सभी दस्तावेज नहीं उपलब्ध करया जा सका।
इस पर उनको समय देते हुए जनपद कार्यालय में दस्तावेज के साथ उपलब्ध होने के निर्देश दिए गए। शिकायतकर्ताओं को पंचनामा बनाकर दिया गया। बताया गया कि एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जाएगी। इस मामले में अब तक जांच के बाद से कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई है। पंचायत निरीक्षक का कहना है कि आरोपी पक्ष दस्तावेज के साथ कार्यालय में आया था। इस मामले में कार्रवाई प्रगतिरत है। लेकिन यह कब पूरा होगा। इसका कोई जवाब नहीं मिल पाया। इससे जनपद पंचायत कुरई की टीम पर सवाल खड़े हो रहे हैं।