दरअसल कुरई थाना क्षेत्र के ग्राम सिमरिया में दो आदिवासी युवक की हत्या के मामले में शनिवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्ष राजकुमार खुराना व बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने प्रेसवार्ता की। विधायक ने कहा कि दोनों युवकों की मौत भाजपा की साजिश का नतीजा है। भाजपा जिले के बेरोजगार युवकों को बजरंग दल व श्रीराम सेना जैसे संगठन बनाकर अपराध की तरफ ढकेल रही है। इससे उनका भविष्य अंधकार मय हो रहा है।
वहीं इस अवसर पर कांग्रेस विधायक काकोड़िया ने कहा कि दोनों मृतक कांग्रेस के समर्थक थे और वे कांग्रेस को मतदान भी करते थे। लेकिन, वे कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं थे, जबकि तीन दिन पूर्व जिले में आए नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने ही दोनों को कांग्रेस कार्यकर्ता भी बताया था।
एक ओर जहां डॉ. सिंह ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। वहीं विधायक ने कुरई थाना प्रभारी की तारीफ के पुल बांधे। कहा कि थाना प्रभारी का कहना है कि तीन आरोपी बजरंग दल व छह श्रीराम सेना के कार्यकर्ता हैं, जबकि पुलिस अधीक्षक व सूबे के गृहमंत्री इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि आरोपी बजरंग दल और श्रीराम सेना से जुड़े हैं। कहा कि सिवनी का निगरानीशुदा बदमाश वीडियो वायरल कर आरोपियों की पैरवी कर रहा है। पुलिस अधीक्षक उस पर कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।
जिलाध्यक्ष खुराना ने कहा कि सिवनी की तरुणाई किस दिशा में जा रही है। यह सोचने का समय है। भाजपा के किसी नेता का बेटा बजरंग दल व श्रीराम सेना से नहीं जुड़ा है। भाजपा के लोग युवओं को बरगला कर अपराधी बनाने का कार्य कर रहे हैं। इसको लेकर युवाओं को सजग हो जाना चाहिए। एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस के विधायक अब इस मामले को सदन में उठाएंगे साथ ही कानून हाथ में लेने वाले संगठन को प्रतिबंधित कराने की मांग करेंगे।
गो-वंश की सुरक्षा के सवाल पर कहा कि कांग्रेस की दिग्विजय सिंह की सरकार ने मध्यप्रदेश में गो-वंश की हत्या पर प्रतिबंध लगाया था। कमलनाथ की 15 महीने की सरकार ने गांव-गांव में गौ-शाला खोलने का कार्य किया, लेकिन भाजपा के लोग गो-वंश के नाम गंदी राजनीति करते हैं।