अयोध्या में मंदिर के पास कभी नहीं था मस्जिद, मुस्लिम पक्ष को नहीं देनी थी जमीन
जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी ने कहा कि रामजन्मभूमि विवाद और राम मंदिर तोड़े जाने को लेकर जगतगुरु शंकराचार्य के वकील ने हमेशा मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा। जब मामला सुप्रीम कोर्ट में आया तो 90 दिन की बहस में जगतगुरु शंकराचार्य के वकील ने 29 दिनों तक बहस की और अपना पक्ष रखा। इसमें बताया गया कि जहां मस्जिद तोड़े जाने की बात बताई गई है, वहां कभी मस्जिद था ही नहीं। इस तरह कोर्ट ने जो निर्णय दिया है। उसमें हमारे पक्ष को मजबूती से जगह मिली। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष को मस्जिद निर्माण के लिए जगह दिए जाने की कोई जरुरत नहीं थी, लेकिन सरकार के प्रयास से मस्जिद के लिए जगह दी गई है।