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खैरी से भाजपा को मिले थे सर्वाधिक वोट, पांच साल बाद भी वादे अधूरे

locationसिवनीPublished: Sep 12, 2018 07:56:03 pm

Submitted by:

akhilesh thakur

सिवनी विधानसभा के खैरी पंचायत में सड़क, पानी, नाली, आवास होंगे मुद्दे

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खैरी से भाजपा को मिले थे सर्वाधिक वोट, पांच साल बाद भी वादे अधूरे

सुनील बंदेवार सिवनी. विधानसभा का ग्राम पंचायत खैरी क्षेत्र। सिवनी शहर की सबसे नजदीकी ग्राम पंचायतों में से एक। यहां का खैरीटेक चौराहा से लेकर हैण्डपंप मोहल्ला, स्कूल मोहल्ला से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक यह गांव बसा है। करीब १५०० की आबादी वाली इस पंचायत के ज्यादातर लोग श्रमिक अथवा कृषि कार्य से जुड़े हैं। सियासी दृष्टिकोण से जो वादे यहां वर्ष २०१३ के विधानसभा चुनाव में किए गए थे, उनमें से अब भी ज्यादातर अधूरे ही हैं।
विधानसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में इस इलाके को देखें तो यह वही बूथ है जहां से भाजपा प्रत्याशी नरेश दिवाकर को सर्वाधिक वोट मिले थे। निर्दलीय रहे दिनेश राय यहां २२७ वोट लेकर दूसरे स्थान पर थे, जबकि कांग्रेस महज १०१ वोट हासिल कर पाई थी। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव जीतने वाले दिनेश राय ने भाजपा का दामन थाम लिया है, ऐसे में समीकरण बदल गए हैं। यहां मोटे तौर पर यह क्षेत्र सनोडिया, यादव समुदाय के मतदाताओं पर आधारित है।
दोपहर तीन बजे जब सूरज तप रहा था, तब खैरीटेक बायपास की ओर से ग्राम पंचायत खैरी के बड़े प्रवेश द्वार से गांव में दाखिल होनेे पर आगे-आगे एक डम्पर चलता दिखा, जो सड़क के गड्ढों से हिचकोले खाते, धूल उड़ाते आगे बढ़ रहा था। पीछे-पीछे चलने पर हैण्डपंप मोहल्ला पहुंचे, जहां कई महिलाएं, युवतियां पुरुष, बच्चे हैण्डपंप से पानी भरने अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दिए। यहां पेड़ की छांव में बैठे पवन यादव ने बताया कि शहर के इतने पास होने पर इस गांव को सड़क, पानी, नाली, आवास जैसे काम होने हैं। सड़क जर्जर हो गई है, नाली निर्माण नहीं हुआ है। घरों का पानी आसपास जमा होकर कीचड़, गंदगी, मच्छर का कारण बन रहा है। बारिश होने पर सड़क पर कीचड़ हो जाता है। शिक्षा की सुविधा प्राथमिक व माध्यमिक स्तर की है। स्वास्थ्य सुविधा के लिए शहर नजदीक होने से वहीं जाते हैं।
इस क्षेत्र की राजनीति के जानकारों का कहना है कि पिछली लहर में भाजपा को अच्छे वोट मिले थे। इस बार मतदाता मौन हैं, कहते हैं जो काम करने में समर्थ होगा, उसी को वोट दिया जाएगा। कुल मिलाकर यह तो तय है कि इस बार सिर्फ वादों और दावों से काम नहीं होगा, जनता जर्नादन की मूलभूत जरुरतों की पूर्ति करने वाले सशक्त प्रत्याशी को ही चुनाव में समर्थन मिलेगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि भाजपा अपना वोट बैंक कितना बरकरार रख पाती है और कांग्रेस इसे कितना बदल पाती है।
ग्रामीण रामरतन डहेरिया, संदीप यादव, सुंदर यादव बताते हैं कि नेता, विधायक यहां तब ही आते हैं, जब उनको अपना कोई हित साधना हो, ऐसे गांव की समस्या सुनने कोई नहीं आता। गांव के विकास की बात लेकर किसी ने बहुत प्रयास नहीं किए हैं। इसी तरह संदीप यादव ने बताया कि गांव में पानी की समस्या पूरे १२ महीने रहती है, दो बोर हुए थे, लेकिन नल जल योजना से भी पानी पर्याप्त नहीं मिलता। गांव में शौचालय निर्माण हुआ है। आवास योजना का काम बाकी है। इस बार भी तीन प्रमुख मांग सड़क, नाली निर्माण और पानी होगा।
इन तमाम हालातों के बीच सिवनी ग्रामीण भाजपा मंडल अध्यक्ष नितेन्द्र बघेल का तर्क है कि पिछली बार से अधिक मतदाता इस बार भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे। क्योंकि जनता की मांगों को प्राथमिकता से पूरा करने का प्रयास किया गया है और लोग खुद उत्साह से भाजपा से जुड़ रहे हैं। इधर कांग्रेस के क्षेत्रीय ग्रामीण नेता हुकुमचंद सनोडिया बताते हैं कि जिन वादों के साथ क्षेत्र में भाजपा ने वोट मांगे थे, उनको पूरा ही नहीं किया गया है, ऐसे में लोग भाजपा से नाराज हैं, इस चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी।
यहां मिले थे कांग्रेस को सर्वाधिक वोट
सिवनी विधासभा के अंतिम छोर पर छपारा क्षेत्र में ग्राम पंचायत बबैया के ग्राम चिखली बूथ से कांग्रेस को सर्वाधिक ४३२ वोट मिले थे। निर्दलीय प्रत्याशी को ३७ वोट, जबकि भाजपा को महज २६ वोट हासिल हुए थे। आदिवासी बाहुल्य इस गांव की आबादी करीब ५०० होगी। जंगल से घिरे इस गांव में पहुंचने के लिए सुलभ साधनों का अभाव है। छपारा से करीब २५ किमी दूर इस गांव के ज्यादातर लोग खेती पर आश्रित हैं, वह भी बहुत अधिक उपजाऊ न होने से गुजारे लायक ही उत्पादन होता है। शिक्षा के लिए प्राथमिक शाला है, पानी की सुविधा है। स्वास्थ्य सेवा के लिए २५ किमी दूर छपारा जाना पड़ता है। यहां रहने वाले बसोड़ी भलावी, विजय भलावी, साहब लाल इनवाती बताते हैं कि इस गांव में विकास कार्यों को बढ़ाना जरूरी है, सबसे मुख्य मांग घाटी को काटकर सड़क सीधी किए जाने की है। हालांकि इसके लिए वर्तमान विधायक दिनेश राय ने १० लाख स्वीकृत किए हैं। ग्रामीण बताते हैं आवास, सड़क, शौचालय का काम हुआ है, ग्रामीणों को समुचित योजना का लाभ मिले, सुविधाएं बेहतर हों, कृषि के लिए पानी की समुचित उपलब्धता बनाई जाए, यही मुख्य मांग इस चुनाव में होगी। ग्रामीण कहते हैं, आने वाले चुनाव में जो प्रत्याशी और पार्टी जनहित के काम को प्राथमिकता देगी, उसी को मतदान किया जाएगा।
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