scriptमध्यप्रदेश के इस जिले में गेहूं बेचने के ११ दिन बाद किसान को नहीं मिला पैसा | mp former news | Patrika News

मध्यप्रदेश के इस जिले में गेहूं बेचने के ११ दिन बाद किसान को नहीं मिला पैसा

locationसिवनीPublished: May 29, 2018 12:20:54 pm

Submitted by:

akhilesh thakur

सीएम हेल्पलाइन में शिकायत,

mp former news

गेहूं खरीद जांच में फसेंगी कई अफसरों की गर्दन

सिवनी. सेवा सहकारी समिति मर्यादित सीलादेही पर गेहूं बेचने के ११ दिन बाद किसान के खाते में भुगतान नहीं हो पाया है। किसान ने इस संबंध में जब प्रबंधक से शिकायत किया तो वहां से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की है।
खैरीटेक निवासी किसान नूर सिंह सनोडिया ने बताया कि किसान कोड क्रमांक 117370050198 द्वारा १७ मई को 134 क्विंटल 50 किलोग्राम गेहूं समिति में विक्रय किया है। अभी तक विक्रय किए गए गेहूं का पैसा नहीं मिलना है। संबंधित अधिकारियों के बातों पर गौर करें तो गेहूं बेचने के तीन से पांच दिवस के अंदर पैसे का भुगतान किसान को कर दिया जाना है। ऐसे में किसान के भुगतान में विलम्ब क्यों हो रहा है यह समझ के परें है। किसान की माने तो उसने इस संबंध में समिति प्रबंधक व संबंधित बैंक से बात किया है, लेकिन कहीं से संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। इससे परेशान होकर मैंने सोमवार को इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन की है। उधर इस मामले में प्रबंधक रामकुमार सनोडिया का कहना है कि किसान के पैसे के संबंध में संबंधित बैंक बताएगा। मैंने यहां से भेज दिया है।
पूर्व में भी आ चुकी है शिकायत
सीलादेही समिति पर हो रही गेहूं खरीदी को लेकर विगत दिनों शिकायत हुई थी। किसानों ने हंगामा करते हुए एनएच-३१ जाम किया था। किसानों का कहना था कि समिति पर अधिक तौल व तौलाई के नाम पर पैसे वसूले जा रहे हैं। वेयर हाउस संचालक ने प्रति १०० बोरी पर एक बोरी अधिक गेहूं दिए जाने की मांग की थी। उस समय मौके पर पहुंचकर तहसीलदार प्रभात मिश्रा ने किसानों को आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया था।
000

केसीसी धारक को सोसायटी से नहीं मिल रहा खाद-बीज
सिवनी. खरीदी केन्द्रों के बाद अब किसानों को सोसायटी प्रबंधक से खाद-बीज लेने में समस्या हो रही है। सेवा सहकारी समिति के किसानों ने इससे संबंधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा है।
किसान घनश्याम सनोडिया, भोपत सिंह सनोडिया, यशवंत सनोडिया, परसराम, अयोध्या प्रसाद, संतोष कुमार, अशोक, संतोष सनोडिया, ईश्वर दयाल, गोपाल, सरिता सनोडिया, राजकुमार आदि ने बताया कि हमसभी को राष्ट्रीयकृत बैंक से केसीसी की सुविधाएं प्राप्त है। केसीसी धारक किसानों को सेवा सहकारी समितियों से खाद-बीज प्रदान नहीं किया जा रहा है। प्रबंधक का कहना है कि किसी एक जगह से लेन-देन कीजिए। राष्ट्रीयकृत बैंकों से हमे जब भी आवश्यकता होती है नकद राशि प्राप्त हो जाती है, लेकिन खाद-बीज नहीं मिलता है। सहकारी समिति से खाद-बीज मिलते हैं पर नकद राशि नहीं मिलती है। ऐसे में हम सभी किसान मांग करते है कि हम लोगों के जमीन की वेल्यू अनुसार केसीसी धारक किसान को समितियों से खाद-बीज देने के लिए आदेश दिए जाए। कलेक्टर के अलावा किसानों ने इसकी प्रतिलिपि जिला सहाकारी केन्द्रीय मर्या. बैंक के महाप्रबंधक को भेजा है। उधर कलेक्टर ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो