scriptअब आंगनबाडियों की बदलेगी सूरत, जनता, नेता, अफसरों ने ली जिम्मेदारी | Now the face of Anganwadis will change, public, leaders, officers have | Patrika News

अब आंगनबाडियों की बदलेगी सूरत, जनता, नेता, अफसरों ने ली जिम्मेदारी

locationसिवनीPublished: Jan 27, 2022 10:04:38 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

गोद ली गई 2116 आंगनबाड़ी, कलेक्टर ने कोहका की आंगनबाड़ी को लिया गोद

अब आंगनबाडियों की बदलेगी सूरत, जनता, नेता, अफसरों ने ली जिम्मेदारी

अब आंगनबाडियों की बदलेगी सूरत, जनता, नेता, अफसरों ने ली जिम्मेदारी

सिवनी. आंगनबाड़ी सेवाओं को अधिक प्रभावी और बच्चों की रूचि योग्य बनाने के लिए शासन निरंतर प्रयास कर रही है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 06 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं को स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाऐं तथा 3 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा प्रदान की जाती है। इसी उद्देश्य से ऐसे दानदाताओं, सहयोगकर्ताओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों से संबद्ध किया जा रहा है, जो आंगनबाड़ी केन्द्र को गोद लेकर इन केन्द्रों की आधारभूत आवश्यकताओं एवं सेवाओं में अपनी सहभागिता कर सकें।
आंगनवाड़ी केन्द्र को गोद लेने के अभियान को प्रभावी रूप से पूरा करना है। इसी कड़ी में जिले की कुल 2134 आंगनवाड़ी में से 2116 केन्द्रों को गोद लिया गया है। जिले के अंतर्गत सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन द्वारा 1, सिवनी विधायक दिनेश राय द्वारा 1, अध्यक्ष नगर पालिका द्वारा 3, जिला पंचायत अध्यक्ष व जनपद अध्यक्ष द्वारा 11, जिला पंचायत सदस्य व जनपद सदस्य द्वारा 36, पार्षद व सरपंचों द्वारा 353 तथा जिले के अन्य शासकीय-अशासकीय सेवक, किसान, व्यवसायी, सामुदायिक संगठन, गैर शासकीय संस्था एवं अन्य द्वारा आगनबाड़ी केन्द्रों की जिम्मेदारी ली गई है।
कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र कोहका को गोद लिया गया है। उन्होंने बताया कि गोद ली गई आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले बच्चों को ऐसा परिवेश उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे कि उनका समग्र विकास संभव हो सके। आंगनबाड़ी केन्द्र में वर्तमान में उचित सुविधायें उपलब्ध हैं, उपलब्ध सुविधाओं के अतिरिक्त अन्य सुविधाओं की पूर्ति की जाएगी। बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्वास्थ्य एवं पोषण सहयोग के लिए कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें सुपोषित करना, पोषण सेवाओं में सहयोग के लिए प्रयास किए जाएंगे। बच्चों की व्यक्तिगत आवश्यकता जैसे यूनिफार्म, गर्म कपड़े, स्वेटर कैप, जूते-चप्पल, बैग एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। बच्चों की पढ़ाई, बाल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल सुलभ आंगनबाड़ी का निर्माण, आंगनबाड़ी भवन एवं परिसर के लिए भूमि, नवीन आंगनबाड़ी भवन का निर्माण, अतिरिक्त कक्ष का निर्माण, बाल सुलभ शौचालय का निर्माण, बाउंड्रीवाल का निर्माण, भवन की मरम्मत, सोलर पैनल, विद्युतीकरण की स्थापना, किचन, किचन शेड निर्माण आदि, पोषण वाटिका निर्माण, बच्चों के लिए आउटडोर एवं इनडोर खेल सामग्री, सीख आधारित खिलौने, टेबल-कुर्सी व अन्य फर्नीचर आदि, यूनिफार्म, जूते-चप्पल, स्वेटर, छाता, बाल रूचिपूर्ण पेंटिंग, खिलौने, पुस्तकें, पंखे, लाइट, कूलर, दरी, मेट आदि एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सहयोग प्रदान किया जाएगा।
आंगनबाड़ी गोद लेकर बच्चों के लिए दी २० कुर्सियां
आंगनबाड़ी केन्द्र के सुदृढ़ीकरण के लिए समुदाय की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से अडाप्ट एन आंगनबाड़ी कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। कार्यक्रम अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुदृढ करने के लिए जनप्रतिनिधि, शासकीय कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन, गैर शासकीय संस्थाएं, औद्योगिक संस्थाऐं एवं अन्य संगठनों से सहयोग लिया जाएगा। लखनादौन परियोजना के वार्ड क्रमांक- 05 के आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए वार्ड की जनप्रतिनिधि मंजू साहू द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लेकर 20 कुर्सियां प्रदान की गई है। नागरिकों ने इस कार्य की सराहना कर अन्य के लिए प्रेरणादायक बताया है।
विभाग प्रमुख, अमला नहीं गंभीर
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी व अमले द्वारा आंगनबाडिय़ों की बेहतरी की दिशा में सार्थक प्रयास न होने से सही परिणाम प्राप्त नहीं हो रहे हैं। आंगनबाडिय़ों में जरूरी सुविधाओं की कमी और समस्या बनी हुई है। कई जगहों पर आंगनबाडिय़ां ऐसे स्थानों पर हैं, जहां न तो बच्चों के लिए खेल मैदान है और न ही उनके लिए पर्याप्त खेल सामग्री और कई आवश्यक सामग्री, जो इस पहल से प्रयास से की जा सकती है।

ट्रेंडिंग वीडियो