ओबीसी महासभा संयोजक लोकेश साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओबीसी ललित कुमार द्वारा 10 अप्रैल के बंद को समर्थन न देने का ऐलान करते हुए कहा गया था कि इस संबंध में उनसे कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया। स्पष्ट है कि विचार किया जाता तो वे वर्तमान हालातों में बंद न करने की सलाह ही देते। बैठक में बंद के विषय को लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आईं।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश उपाध्यक्ष घासीराम सनोडिया ने कहा कि यदि आरक्षण खत्म करने के लिए बंद बुलाया जा रहा है तो यह औचित्यहीन है। क्योंकि 2 अप्रैल को बंद एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन के प्रयासों के विरोध में था, लेकिन 10 अप्रैल को आहूत बंद का विषय शरारत पूर्ण तरीके से उक्त एक्ट से हटकर आरक्षण हटाओ रखा गया है।
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र जायसवाल ने कहा कि ओबीसी महासभा आरक्षण की समर्थक है तथा ओबीसी आरक्षण को जनसंख्या के अनुपात कराने प्रयासरत है। अत: आरक्षण विरोध के नाम पर बंद का आयोजन देश की एकता को कमजोर करेगा।
जिला उपाध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि एट्रोसिटी एक्ट पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था कि बाहर क्या हो रहा उससे उसे कोई मतलब नहीं है तो बंद किसलिए। ओबीसी महासभा जातीय सचेतक डिल्लीराम सनोडिया, जिला कार्यकारी अध्यक्ष राजेश सोलंकी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद यादव व जीवन सनोडिया, कोषाध्यक्ष शिवप्रसाद साहू, महासचिव राजकुमार सनोडिया, कृषक मोर्चा जिला अध्यक्ष हुकुमचंद सनोडिया, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष किरण प्रकाश बुर्डे, सिवनी ब्लाक अध्यक्ष शकुन चौधरी, सिवनी ब्लाक संयोजक शेरसिंह सनोडिया आदि द्वारा भी अपने विचार व्यक्त करते हुए 10 अप्रैल के बंद का विरोध किया गया।
संगठन में हुई नई नियुक्तियां –
ओबीसी महासभा की विज्ञप्ति में बताया कि बैठक में संगठन को गतिशील और मजबूत बनाने के लिए नई नियुक्तियां भी की गई हैं। पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त पूनम चंद सोनी और गोपाल सनोडिया को क्रमश: सिवनी नगर अध्यक्ष तथा सेवानिवृत्त मोर्चा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े जीवन सनोडिया को जिला उपाध्यक्ष, बरघाट ब्लाक मरार समाज अध्यक्ष कैलाश नागेश्वर को बरघाट ब्लाक युवा मोर्चा अध्यक्ष व राजकुमार राउड़पाच को उपाध्यक्ष तथा शिवराज सिंह बैस को ओबीसी अधिकार समर्थक मोर्चे का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जिला प्रवक्ता ने बताया कि सभी पदाधिकारी 11 अप्रैल को ओबीसी अधिकार यात्रा के समापन पर भोपाल पहुंचेंगे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश उपाध्यक्ष घासीराम सनोडिया ने कहा कि यदि आरक्षण खत्म करने के लिए बंद बुलाया जा रहा है तो यह औचित्यहीन है। क्योंकि 2 अप्रैल को बंद एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन के प्रयासों के विरोध में था, लेकिन 10 अप्रैल को आहूत बंद का विषय शरारत पूर्ण तरीके से उक्त एक्ट से हटकर आरक्षण हटाओ रखा गया है।
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र जायसवाल ने कहा कि ओबीसी महासभा आरक्षण की समर्थक है तथा ओबीसी आरक्षण को जनसंख्या के अनुपात कराने प्रयासरत है। अत: आरक्षण विरोध के नाम पर बंद का आयोजन देश की एकता को कमजोर करेगा।
जिला उपाध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि एट्रोसिटी एक्ट पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था कि बाहर क्या हो रहा उससे उसे कोई मतलब नहीं है तो बंद किसलिए। ओबीसी महासभा जातीय सचेतक डिल्लीराम सनोडिया, जिला कार्यकारी अध्यक्ष राजेश सोलंकी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद यादव व जीवन सनोडिया, कोषाध्यक्ष शिवप्रसाद साहू, महासचिव राजकुमार सनोडिया, कृषक मोर्चा जिला अध्यक्ष हुकुमचंद सनोडिया, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष किरण प्रकाश बुर्डे, सिवनी ब्लाक अध्यक्ष शकुन चौधरी, सिवनी ब्लाक संयोजक शेरसिंह सनोडिया आदि द्वारा भी अपने विचार व्यक्त करते हुए 10 अप्रैल के बंद का विरोध किया गया।
संगठन में हुई नई नियुक्तियां –
ओबीसी महासभा की विज्ञप्ति में बताया कि बैठक में संगठन को गतिशील और मजबूत बनाने के लिए नई नियुक्तियां भी की गई हैं। पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त पूनम चंद सोनी और गोपाल सनोडिया को क्रमश: सिवनी नगर अध्यक्ष तथा सेवानिवृत्त मोर्चा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े जीवन सनोडिया को जिला उपाध्यक्ष, बरघाट ब्लाक मरार समाज अध्यक्ष कैलाश नागेश्वर को बरघाट ब्लाक युवा मोर्चा अध्यक्ष व राजकुमार राउड़पाच को उपाध्यक्ष तथा शिवराज सिंह बैस को ओबीसी अधिकार समर्थक मोर्चे का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जिला प्रवक्ता ने बताया कि सभी पदाधिकारी 11 अप्रैल को ओबीसी अधिकार यात्रा के समापन पर भोपाल पहुंचेंगे।