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मोबाइल पर हाजिरी की अनिवार्यता पर विराम

locationसिवनीPublished: Apr 03, 2018 11:49:53 am

Submitted by:

sunil vanderwar

मुख्यमंत्री ने की घोषणा, जिले में विभाग के आदेश पत्र का इंतजार

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आज टेक्नोलॉजी के युग में इंसान ने बहुत ज्यादा तरक्की कर ली है। जिन फोन से कभी सिर्फ कॉलिंग और मैसेजिंग के अलावा कुछ नहीं होता था वहीं आज के समय में स्मार्टफोन बन चुके हैं। स्मार्टफोन बनने के पीछे फोन द्वारा किए जाने वाले अनेको काम हैं। आज के समय में स्मार्टफोन की मदद से दुनिया के सभी जरूरी काम बड़ी ही आसानी के साथ किए जा सकते हैं। स्मार्टफोन में मौजूद ऐप्स से हम उन जरूरी कार्यों को करते हैं। आज हम आपको उन पांच ऐप्स के बारे में बता रहे हैं, जिनको स्मार्टफोन में रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है।

सिवनी. जिले के सभी शिक्षकों, प्राचार्यों और सम्बंधित अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा सोमवार से मोबाइल पर एम-शिक्षा मित्र एप के माध्यम से हाजिरी (ई-अटेंडेंस) लगाना था। ऐसे आदेश के बाद न चाहकर भी जिले में शिक्षकों द्वारा एंड्राइड मोबाइल खरीदकर एप पर हाजिरी लगाना सीखा जा रहा था। इसी बीच रविवार को मुख्यमंत्री द्वारा ई-अटेंडेंस (मोबाइल पर हाजिरी) को लागू नहीं करने की घोषणा कर दी है। हालांकि डीपीसी, डीईओ के द्वारा इस घोषणा के बाद भी विभागीय आदेश मिलने पर ही कोई निर्देश जिले में जारी करने की बात कही जा रही है।
एम-शिक्षा मित्र मोबाइल एप शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारी व शिक्षकों द्वारा अपलोड कर मोबाइल पर हाजिरी लगाना था। यह व्यवस्था २ अपै्रल सोमवार से आरंभ होनी थी। इसके माध्यम से कर्मचारियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति तथा बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जानी है। साथ ही बच्चों की उपस्थिति के आधार पर मध्यान्ह भोजन की भी ऑनलाइन मॉनीटरिंग होती। समस्त संकुल प्राचार्य, बीआरसी, बीईओ एवं जनशिक्षकों को अपने अधीनस्थ कर्मचारी के मोबाइल नंबर को समय-सीमा में पोर्टल पर अपडेट कराने के निर्देश दिए गए थे।
डीईओ एसपी लाल ने बताया कि एम-शिक्षा मित्र मोबाईल एप पर प्रतिदिन शिक्षकों की उपस्थिति को ऑनलाईन दर्ज करना, समस्त अवकाश एवं आकस्मिक अवकाश को प्रतिदिन दर्ज करना, सायकिल मैपिंग करना, एसएमसी के कार्य की जानकारी दर्ज करना, प्रतिभा पर्व की जानकारी दर्ज करना, कर्मचारियों द्वारा स्वयं ई-सर्विस बुक अपडेट करना, शाला निरीक्षण की एंट्री करना, छात्रों की प्रतिदिन उपिस्थिति दर्ज करना तथा मध्यान्ह भोजन की प्रतिदिन जानकारी भरने की सुविधा मौजूद थी। जानकारी को प्रतिदिन मोबाइल एप के माध्यम से अपडेट किया जा सकता था।
शिक्षकों ने घोषणा पर जताई खुशी –
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जिले के शिक्षक संगठनों में खुशी है। अध्यापक संविदा शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कहा है कि सभी शिक्षक संगठनों की एकता के फलस्वरूप शासन को अपना आदेश वापस लेना पड़ा। शिक्षकों के स्वाभिमान को कायम रखने में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और शिक्षक हितेषी संगठनों का आभार व्यक्त किया है। जिन्होंने ई-अटेंडेंस के विरोध में अपनी एकजुटता का परिचय दिया। जिला अध्यक्ष श्रवण कुमार डहरवाल ने कहा कि यदि सभी संगठन अपनी मांगों को पूर्ण कराने में इसी तरह संगठित होकर संघर्ष करें तो निश्चित ही सफलता प्राप्त करने में कामयाब हो सकतें हैं, चाहे पदोन्नति हो या संविलियन, अनुकंपा नियुक्ति जैसे बड़े मुद्दे एकता से ही हल हो सकेंगे।
ई-अटेंडेंस लागू न किए जाने की मुख्यमंत्री की घोषणा पर अध्यापक संविदा शिक्षक संघ में हर्ष है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संगठन संगठन के समस्त पदाधिकारी संजय तिवारी, अविनाश तिवारी, मुकेश ठाकुर, मनीष मिश्रा, पंतलाल मर्रापा, राजकुमार बघेल, तान सिंह पटेल, मनीराम वैस, गोविंद उइके, प्रेम गगन सनोडिया, इंद्रकुमार सनोडिया, ज्ञान लाल साहू, मनीष तिवारी, अविनाश शर्मा, रघुवंश पन्र्दे आदि पदाधिकारियों ने ई अटेंडेंस समाप्त करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।

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